कृषि मंत्री बोले, विभागीय योजनाओं का प्रचार प्रसार जनप्रतिनिधियों के माध्यम से भी कराया जाए

प्रदेश के कृषि, कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने अपने कुमाऊं दौरे के दौरान आज अल्मोड़ा विकास भवन पहुंचकर विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की तथा अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।
विकास भवन पहुंचने पर जिलाधिकारी विनीत तोमर, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने मंत्री गणेश जोशी का पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। बैठक के दौरान मंत्री ने जनपद में मोटे अनाज का उत्पादन बढ़ाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने मंडुआ, झंगोरा, गहत, चौलाई जैसी फसलों के उत्पादन पर जोर देते हुए कहा कि यहां की परिस्थितियों के अनुसार मोटे अनाज के उत्पादन की जनपद में अपार संभावनाएं हैं, इसलिए अधिकारी इस ओर अधिक ध्यान दें। उन्होंने कहा कि मंडुवा के लिए एमएसपी (38.46 रुपए प्रति किलो) के तहत सरकारी खरीद होने से अब यह फसल किसानों के लिए आय भी अर्जित करेगी। उन्होंने कहा कि मांडुवा खरीद में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को शामिल किया जा रहा है। जिसके तहत समूह की महिलाओं द्वारा मंडुवा खरीद पर 1.5 रुपए प्रति किलो का इंसेंटिव दिया जाएगा, जिससे किसानों को अपनी फसल का उचित दाम भी घर बैठे प्राप्त होगा वहीं दूसरी ओर महिलाओं की आजीविका बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के तौर पर मनाया जा रहा है, इसलिए विभागीय अधिकारी इस और अधिक लगन से कार्य करें। इस दौरान उन्होंने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए योजनाओं का प्रचार तथा प्रसार बेहतर ढंग से करने के निर्देश दिए। उद्यान विभाग की समीक्षा के दौरान मंत्री गणेश जोशी ने निर्देश दिए कि जिले में सेब के उत्पादन को बढ़ाने पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने एप्पल मिशन के अंतर्गत किसानों को सेब के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। साथ ही पॉलीहाउस निर्माण में भी तेजी से लाभार्थियों का चयन कर पोलीहाउस बनाने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभागीय योजनाओं का प्रचार प्रसार जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कराया जाए तथा जो भी विभागीय योजनाओं से संबंधित कार्यक्रम आयोजित होते हैं, उनमें जनप्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से आमंत्रित किया जाए। ग्राम्य विकास की समीक्षा के दौरान मंत्री गणेश जोशी ने निर्देश दिए कि मनरेगा के तहत वृक्षारोपण के जो कार्य किए जाते हैं, उन पौधों की देखरेख का भी मैकेनिज्म तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि इसके अंतर्गत फलदार पौधे का रोपण किया जाए।परियोजना निदेशक ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में मनरेगा के तहत 216104 लक्ष्य के सापेक्ष 152992 पौधे लगाए जा चुके हैं।
इस अवसर पर जिलाधिकारी विनीत तोमर, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे, डीसीबी चेयरमैन ललित लटवाल, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, पीडी पुष्पेंद्र सिंह समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।