सरकार की बुद्धि शुद्ध करने को परिवहन व्यवसायियों ने किया यज्ञ

सरकार द्वारा परिवहन व्यवसाईयों की अनदेखी करने और उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किए जाने पर उत्तराखंड परिवहन महासंघ की ओर से बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया गया। महासंघ के आह्वान पर समस्त परिवहन संस्थाओं के संचालकों, प्रतिनिधियों, वाहन स्वामियों एवं चालक, परिचालक एकत्र हुए और सरकार की शुद्ध बुद्धि के लिए हवन में आहूति दी। इस अभियान में उन्हें उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच का भी साथ मिला।

महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि सरकार परिवहन एवं पर्यटन व्यवसायियों के हित में कोई भी निर्णय नहीं लिया गया। सरकार से परिवहन व्यवसायियों को उबारने के लिए गुहार लगातार लगाई जा रही है लेकिन सरकार पूरी तरह मौन है। सरकार को चाहिए कि परिवहन व्यवसाई को बचाने के लिए शीघ्र अति शीघ्र कोई सकारात्मक कदम उठाए। टीजीएमओ के उपाध्यक्ष यशपाल राणा ने कहा कि सरकार हमारी मांगों को अनसुना कर रही है सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं कि वाहन स्वामियों का 2 वर्ष का टैक्स और वाहनों की आयु सीमा में 2 वर्ष की वृद्धि यथाशीघ्र की जाए।

टेंपो विक्रम महासंघ के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत ने कहा कि सरकार संपूर्ण उत्तराखंड के लिए एवं संपूर्ण देश के लिए पर्यटन एवं परिवहन व्यवसायियों के हितों के लिए चार धाम यात्रा का संचालन शीघ्र अति शीघ्र शुरू करें, ताकि वाहन स्वामी अपनी रोजी-रोटी की व्यवस्था कर सकें। यूनियन के अध्यक्ष विजयपाल सिंह रावत ने कहा कि सरकार द्वारा वाहन स्वामी की उपेक्षा लगातार की जा रही है लेकिन यदि शीघ्र अति शीघ्र सरकार निर्णय नहीं लेती है, तो 1 लंबी लड़ाई सड़कों पर लड़ी जाएगी। साथ ही मौके पर ऋषिकेश विधायक द्वारा टोल प्लाजा के संबंध में जो मुकदमे दायर किए गए हैं उसे वापस लेने की भी मांग की गई। इस अवसर पर उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच ने उत्तराखंड परिवहन महासंघ को अपना पूर्ण समर्थन दिया। मंच के सलाहकार विक्रम भंडारी ने कहा कि परिवहन महासंघ लगातार परिवहन विषयों के हित के लिए संघर्ष कर रहा है।

मौके पर भगवान सिंह राणा जिलाध्यक्ष जीप कमांडर यूनियन, बलवीर सिंह नेगी अध्यक्ष जीप कमांडर यूनियन, विनोद भट्ट संचालक गढ़वाल मंडल, नवीन चंद रमोला, बलवीर सिंह रौतेला, मेघ सिंह चैहान, आशुतोष शर्मा, ललित सक्सेना, चंदन सिंह पवार, दाताराम रतूड़ी, प्यार सिंह गुनसोला, मनोज आर्य, योगेश उनियाल, नवीन तिवारी, रामसिंह फरस्वान, करण सिंह पवार, मान सिंह पवार, रुकुमसिंह पोखरियाल, मदन कोठारी, बृजेश उनियाल, इंद्रेश बर्थवाल, नवीन तिवारी, धनेश कंडियाल, विक्रम भंडारी, राकेश सेमवाल, आशुतोष तिवारी, सुरेंद्र सेमवाल आदि मौजूद रहे।