ऋषिकेश व्यापार महासंघ का हुआ विधिवत शुभारंभ, दायरे में आएंगे निगम के 40 वार्ड के व्यापारी

आज से ऋषिकेश व्यापार महासंघ का विधिवत शुभारंभ हो गया। महासंघ के दायरे में निगम के सभी 40 वार्ड आएंगे। महासंघ के जब तक चुनाव नहीं होते, तब तक वरिष्ठ व्यापारी राजीव मोहन अग्रवाल इसके संयोजक व नवल कपूर सह संयोजक रहेंगे।

मौके पर संयोजक राजीव मोहन अग्रवाल ने कहा कि हमारा मकसद व्यापारियों के अधिकारों की लड़ाई को लड़ना है परंतु पूर्व में चलते आ रहे व्यापार मण्डलों में परिवार वाद के साथ ही व्यक्ति वाद चला आ रहा है जो सही नहीं है। कहा कि हमने कई बार प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के सदस्य से वार्ता की कोशिश की, मगर कुछ कुर्सी पकड़ व्यापारी नेताओं ने अपनी हठधर्मिता के कारण एका के प्रयासों को सिरे से नकारने का काम किया। इसी को देखते हुए व्यापारियों की मॉंग पर महानगर के प्रथम व्यापार महासंघ का गठन किया गया है।

सह संयोजक नवल कपूर ने बताया कि महासंघ चालीस वार्डों के व्यापारियों को जोड़ने का कार्य करेगा और व्यापार महासंघ में व्यापारी सहायता कोष भी बनाया जायेगा। जिसमें व्यापारी पर मुसीबत करने पर उनकी सहायता हो सके।

व्यापार सभा के अध्यक्ष मनोज कालडा व पूर्व अध्यक्ष सूरज गुल्हाटी ने कहा कि महासंघ के बैनर तले व्यापारियों की लड़ाई लड़ने का कार्य करेगें। जल्द ही बाजार में सदस्यता अभियान के लिये हम सभी व्यापारी एक जुट होकर बाजार भ्रमण करेंगे।

प्रेस वार्ता में पूर्व व्यापार सभा अध्यक्ष राजेन्द्र सेठी, प्रॉपर्टी डेवलपर्स एसोसिएशन अध्यक्ष अजय गर्ग, प्रचून ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अध्यक्ष विनोद शर्मा, मोटर पार्टस एसोसिएशन अध्यक्ष चन्द्रशेखर जैन, स्वर्ण कार संघ अध्यक्ष यशपाल पंवार, गढवाल ट्रक एसोसिएशन सचिव जयेन्द्र रमोला, होटल एसोसिएशन अध्यक्ष मदन नागराज, महामंत्री अंशुल अरोड़ा, क्षेत्र रोड व्यापार संगठन अध्यक्ष राजेश भट्ट, स्वर्णकार संघ उपाध्यक्ष हितेन्द्र पंवार, बर्तन एसोसिएशन अध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल, प्रचून व्यापर संघ अध्यक्ष गिरिराज गुप्ता, स्वर्णकार संघ से विवेक वर्मा, प्रॉपर्टी डेवलपर्स एसोसिएशन प्रवक्ता दीपक जाटव आदि मौजूद थे।

प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन ने बनाई दूरी
ऋषिकेश व्यापार महासंघ को बनाने को लेकर जिस वक्त रणनीति तय की जा रही थी। उस वक्त प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन भी इसमें जुड़ते दिखाई दिए। संगठन के नगर अध्यक्ष पंकज गुप्ता भी इसकी बैठक में सम्मिलित होकर अपने विचार रखते थे। मगर, आज प्रेसवार्ता में प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ने दूरी बनाई। मामले को लेकर पंकज गुप्ता से वार्ता की गई तो उन्होंने सारा दोष प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल पर जड़ा। कहा कि प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल की हठधर्मिता के चलते संगठन एक नहीं हो सका। कहा कि वह किसी भी संगठन के विरोध में नहीं है, व्यापारियों के हित के लिए वह सदैव तत्पर रहे हैं और आगे भी रहेंगे।