भगवान भरत के दरबार में पहुंची देव डोलियां, भक्तों ने किए दर्शन

भगवान श्री भरत नारायण के दरबार में उत्तराखंड की चार देव डोलियों पहुंची। यहां सभी देव डोलियों के श्रद्धालुओं ने दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

इससे पूर्व देव डोली घंटाकर्ण देवता, मां दक्षिणेश्वर काली, मां नंदा देवी और मां भगवती सुरकंडा देवी के इन चारों डोलियों ने त्रिवेणी घाट पर स्नान किया। श्री भरत नारायण भगवान के मंदिर में भक्तों को दर्शन देने के बाद कुंभ हरिद्वार के लिए प्रस्थान किया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने भरत नारायण भगवान और सभी दिव्य डोलियों का आशीर्वाद प्राप्त किया।

शंकराचार्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रवि शास्त्री ने कहा कि धर्म ध्वजा भगवान बद्री विशाल की धर्म ध्वजा सबसे आगे इस बात का प्रतीक है। भक्तों ने देव डोलियों से कोविड की महामारी से निजात मिलने और भारतवर्ष में जल्द ही सुख शांति दोबारा से स्थापित होने की कामना की। पंडित रवि शास्त्री ने बताया कि भव्य डोलियों में सेम मुखेम नागराजा की प्रतिमा स्वरूप डोली भी अपने आप में एक दिव्य अलौकिक अनुभव की अनुभूति करवाता है। भक्तों को दर्शन देने के बाद सभी दिव्य अलौकिक डोलिया अपने भाई श्री भरत नारायण महाराज से मिलने के बाद कुंभ हरिद्वार के लिए रवाना हुई।

इस अवसर पर श्री देव भूमि लोक संस्कृति विरासत शोभायात्रा समिति के अध्यक्ष श्री मोहन सिंह रावत गांववासी, श्री भरत मंदिर स्कूल सोसाइटी के सचिव हर्षवर्धन शर्मा, संस्थापक सदस्य विद्या दत्त रतूड़ी, आसाराम व्यास, विशाल मणि पैन्यूली, ज्योति सजवान, जयेन्द्र रमोला, अशोक अग्रवाल, दीपशर्मा, पंडित रमेश, स्वामी प्रकाश चंद महाराज, गजेंद्र सिंह कन्याल, भगवान सिंह रामगढ़, संजय कुंडलिया, द्वारिका बिष्ट, शूरवीर सिंह, रुक्मणी रौतेला, उषा भंडारी, अशोक अग्रवाल, जितेंद्र अग्रवाल, प्रधानाचार्य धीरेंद्र जोशी, प्रधानाचार्य गोविंद सिंह रावत, रंजन अंथवाल आदि उपस्थित थे।