अपनी भाषा में जान सकेंगे केदारनाथ का इतिहास

अब देश के विभिन्न प्रांतो से आने वाले श्रद्धालुओं को अपनी ही भाषा में केदारनाथ मंदिर व उसके आसपास की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। इसके लिए जिला प्रशासन स्तर पर एक मोबाइल एप तैयार किया जा रहा है। इसको श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने तक पूरा कर लिया जाएगा।

भविष्य में केदारपुरी के स्वरूप की जानकारी देने के लिए एक प्रतिकृति तैयार कर केदारनाथ में रखने की भी है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि चारधाम यात्रा की तैयारियां तकरीबन पूरी हैं। इस बार सरकार की मंशा देशभर से आने वाले तीर्थयात्रियों को उनकी भाषा में ही केदारनाथ के संबंध में जानकारी देने की है। उन्होंने कहा कि यदि यह प्रयोग सफल रहा तो निकट भविष्य में इसमें अन्य धाम व तीर्थ स्थलों को भी जोड़ा जाएगा।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा केदारनाथ में लेजर शो के जरिये केदारनाथ की कहानी प्रदर्शित की जाएगी। इतना ही नहीं, आपदा के बाद अब तक केदारनाथ पुनर्निर्माण के कार्यो के संबंध में भी जानकारी दी जाएगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ आने के संबंध में कोई सूचना नहीं मिली है।

मुख्य सचिव ने उत्तरकाशी के गंगोरी में हाल ही में टूटे पुल के संबंध मे कहा कि बीआरओ के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि इस जगह ऐसी व्यवस्था की जाएगी। जिससे वाहनों के आवागमन में अव्यवस्था न हो। इसके अलावा पुलिस की व्यवस्था भी रहेगी, ताकि ओवरलोडेड ट्रक न जा सकें।