चिंता और तनाव को दूर करने में सार्थक है लाफ्टर थैरेपीः डा. राजे

कोरोना काल में हर तरफ अवसाद पसरा हुआ है। किसी को अपनों को खाेने का गम है तो कोई स्वयं संक्रमित होने से निराश है। डर और दहशत का माहाैल है और लोग घरों में कैद हैं। बदइंतजामियों के बीच सभी को चिंता सता रही है। इम्यूनिटी बढ़ाने को लोग आयुर्वेद के नुस्खे अपनाने के साथ दवाओं का सहारा ले रहे हैं। अच्छी इम्यूनिटी को तनावमुक्त रहना भी बहुत जरूरी है, इसलिए हंसें और हंसाएं। मेडिकल साइंस भी इस बात को मानता है। यह कहना है नेत्र चिकित्सक व विभिन्न संगठनों से जुड़े समाजसेवी डॉ राजे सिंह नेगी का।

विश्व हास्य दिवस के मौके पर उन्होंने कहा कि इम्‍युनिटी बढ़ाने के लिए हंसते रहना बेहद जरूरी है। इससे हम कई बीमारियों से बचे रह सकते हैं।उन्होंने बताया कि कोरोना काल से पूर्व पार्कों में मार्निंग वाक करते हुए आपने लोगों को जमकर ठहाके लगाते हुए देखा होगा। उन्हें ऐसा करते देख यह सवाल मन में जरूर कौंधा होगा कि यह लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं? कोरोना काल में लोगों के चेहरों से हंसी कहीं गायब सी हो गई है। चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंची हुई हैं। तनाव मानव जीवन का अभिन्न अंग जरूर है, लेकिन उससे भी महत्वपूर्ण है कि हम रिएक्ट कैसे करते हैं। नकारात्मक ऊर्जा मानसिक स्वास्थ्य पर विपरीत असर डालती है, इसलिए सकारात्मक रहें।

सकारात्मक रहेंगे तो इम्यूनिटी भी बेहतर रहेगी। कोरोना से बचाव को इम्यूनिटी अच्छी होना बहुत जरूरी है। तनाव होने पर शरीर को आक्सीजन की अधिक जरूरत पड़ती है, जिससे फेफड़ों पर अधिक जोर पड़ता है। मेडिकल साइंस कहती है कि हंसने से हमारा ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है। इससे हम कई बीमारियों से बचे रह सकते हैं, जिससे हमारा इम्यून सिस्टम बेहतर बना रहेगा। इम्यून सिस्टम मजबूत रहेगा तो हम कम बीमार पड़ेंगे। बकौल डा नेगी के अनुसार जब हम लाफ्टर थेरेपी लेते हैं तो मस्तिष्क में बदलाव आता है। एंडोर्फिन हार्मोन सक्रिय होकर हमें तनाव से मुक्त कर आनंद की अनुभूति कराता है। अच्छी इम्यूनिटी के लिए तनावमुक्त रहना जरूरी है। लाफ्टर थेरेपी अकेले या फिर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए ग्रुप में करने से तनाव मुक्त होने में मदद कर सकती है।