भाजपा हाईकमान ने उम्मीदवार तय करने में धामी को दी पूरी छूट

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव-2022 के लिए भाजपा ने अपने 59 रणबांकुरो का ऐलान कर दिया है। विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के महारथियों का ऐलान होती इस बात पर भी राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि आखिर प्रत्याशी चयन में किस नेता की चली है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भाजपा के प्रत्याशियों के चयन पर सीएम पुष्कर सिंह धामी की युवा छाप दिख रही है। सीएम पुष्कर सिंह धामी युवा नेतृत्व के प्रतीक के रूप में खुद खटीमा से चुनाव मैंदान में हैं। वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी के करीबी रहे सुरेश गढ़िया, दुर्गेश्वर लाल समेत 15 युवाओं को भाजपा ने मैदान में उतारा है।
भाजपा शुरू से धामी को युवा नेतृत्व के रूप में पेश करती आ रही है। धामी को धाकड़ बल्लेबाज की उपमा दे चुके भाजपा हाईकमान ने उम्मीदवार तय करने में धामी को युवा चेहरे चुनने की पूरी छूट दी। सूत्रों के अनुसार पार्टी द्वारा कराए गए सर्वें में कई टिकट काटने की सिफारिश की गई थी। भाजपा ने बुजुर्गाे के टिकट काटने में भले ही देर नहीं लगाई, लेकिन युवाओं पर कैंची चलाने में हिचकी है।
कपकोट में गढिया पहली बार चुनाव मैदान में उतर रहे है। जबकि भाजपा ने युवा दुर्गेश लाल पर विश्वास जताते हुए उसे पार्टी से टिकट दिया है। 2017 में वे निर्दलीय चुनाव लड़े थे। इसके बाद कुछ समय पहले ही कांग्रेस ने अपनी पार्टी में ज्वाइन कराया था। कांग्रेस से टिकट न मिलता देख वे गुरुवार को ही भाजपा में शामिल हुए और टिकट ले गए। द्वाराहाट से उम्मीदवार बनाए गए अनिल शाही ने भी चौंकाया है। शाही को भी भाजपा ने युवा चेहरे के रूप में आगे बढ़ाया है। भाजपा के युवा उम्मीदवारों में अगला नाम देवप्रयाग से विनोद कंडारी और सितारगंज सौरभ बहुगुणा का नाम है। वर्ष 2017 की जंग में कामयाब रहे कंडारी और बहुगुणा पर भाजपा ने दोबारा विश्वास जताया है। इस कड़ी आगे वर्तमान विधायक भेल रानीपुर से आदेश चौहान, रुड़की से प्रदीप बत्रा, श्रीनगर से धन सिंह रावत, लैंसडौन से दिलीप रावत, भीमताल राम सिंह कैड़ा भी धामी की यूथ टीम का हिस्सा है।