गौहरीमाफी के ग्रामीण राशन की समस्या के बावजूद कर रहे एक साथ भोजन

गौहरीमाफी के ग्रामीण चारों ओर से बाढ़ से घिरे होने के कारण दैनिक राशन की समस्या से जूझ रहे है। मगर, इसके बावजूद यहां के ग्रामीण आपसी भाईचारे की मिशाल पेश कर रहे है। इतनी गंभीर समस्या के समय लोग एक दूसरे का परस्पर सहयोग कर रहे है।

बाढ़ पीड़ित ग्रामीणों के बीच पहुंचकर हालात का जायजा लेने पर यह बात सामने आई कि गांव में करीब 50 परिवार ऐसे हैं जिनके घरों में राशन व अन्य खाद्य सामग्री पूरी तरह खत्म हो गई है। कुछ घरों में ईंधन व रसोई गैस उपलब्ध नहीं है। कहीं चीनी तो कहीं नमक खत्म हो गया है। गांव की छोटी दुकानों में सामान उपलब्ध नहीं है।

कई घरों में बारिश का पानी घुसा हुआ है। घरेलू सामान खराब हो गया है। लोगों के पास ठीक से रात काटने को जगह नहीं बची है। लेकिन ग्रामीणों के बीच परस्पर सहयोग एक दूसरे के लिए बना हुआ है। लोग एक दूसरे की मदद कर रहे हैं। कई घरों में सामूहिक भोज बन रहा है। गांव की युवा इस काम में बढ़-चढ़कर जुटे हैं। युवा एक दूसरे के घरों में जाकर जानकारी जुटा रहे हैं और मदद के लिए हाथ बढा रहे हैं।

सोमवार रात को जब कई घरों में बारिश का पानी घुसा तो युवाओं ने की मदद से ही लोग सुरक्षित जगह पर पहुंचे। रात को गंगा प्रेम हॉस्पिस के पास आठ घरों में बाढ़ का पानी घुस गया। इन लोगों को स्थानीय युवाओं ने ही सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया। रात को ही गंगा प्रेम हॉस्पिस की तरफ से भोजन का प्रबंध किया गया।

युवाओं के इस जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है। लोगों को भरोसा है प्रकृति उनकी पीड़ा को समझेगी और संकट जल्द दूर होगा। वहीं बाढ़ प्रभावितों, एसडीआरएफ व् राहत कार्य में सहयोग कर रहे लोगों के लिये भी स्थानीय लोगों की मदद से आनंदमयी स्कूल में भोजन व्यव्स्था की गयी है। देर शाम बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए राशन सामग्री पंचायत घर में पहुंच गई। जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि पीड़ित परिवारों तक पहुंचाने के लिए राशन उपलब्ध करा दी गयी है। जरूरत पड़ने पर और भी राशन भेजी जाएगी।