कंगाली में आटा गिला, एक तो कोरोना संक्रमण के चलते कामकाज प्रभावित हुआ है, ऊपर से लोगों को गंगा नदी का शानदार नजारे दिखाता और युवाओं में काफी लोकप्रिय नारायण कैफे शाॅर्ट सर्किट का शिकार हो गया। कैफे संचालक के अनुसार 13 लाख रूपए का नुकसान हुआ है।
फायर कर्मियों ने आग पर तो काबू पाया। मगर, तब तक बहुत देर हो गई थी। वूडन से बना पूरा कैफे भस्म हो गया।
दरअसल, नावघाट के पास तरूण विश्वास की नारायण कैफे चलाते थे। आज सुबह तड़के 5.25 बजे यहां एकाएक आग लग गई। आग की लपटों ने भयानक रूप धारण कर लिया। आग की लपटों से उठने वाले धुएं को देख स्थानीय लोगों में अफरातफरी मच गई। सूचना पर कैफे मालिक मौके पर पहुंचे और फायर कर्मियों को सूचित किया।
सूचना पाकर फायर कर्मी भी पहुंचे। करीब दो घंटे बाद भीषण आग पर काबू पाया गया। मगर, कैफे पूर तरह जलकर राख हो गया। वहीं, आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। उधर, कैफे संचालक के मुताबिक 13 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।