15 साल से वनवास झेल रही कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर अंसतोष

कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर जबरदस्त अंसतोष सामने आ रहा है। आलम यह है कि दो दावेदार पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण और कांग्रेस प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला दोनों ही एक मंच पर आये। दोनों ने ही समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बीच खुला ऐलान किया कि वह मौजूदा फैसले के खिलाफ पहले राज्य स्तरीय आला नेताओं के पास जाएंगे। उसके बाद केंद्रीय नेतृत्व से गुहार लगाई जाएगी। इसके बाद भी सही निर्णय नहीं हुआ, तो आगे का फैसला लिया जाएगा।
गौरतलब है कि कांग्रेस प्रत्याशियों की दूसरी सूची में ऋषिकेश विधानसभा का टिकट एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला को मिलने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ही दावेदार रहे शूरवीर सिंह सजवाण और राजपाल खरोला के समर्थक असंतुष्ट हैं। दोपहर बाद श्यामपुर स्थित एक वैडिंग प्वाइंट में जुटे कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ ने एक स्वर में इस फैसले का विरोध किया। इस दौरान दो बार कांग्रेस के प्रत्याशी रहे राजपाल खरोला ने कहा कि वह पिछले 15 वर्षों से भाजपा के गढ़ को ध्वस्त करने की कोशिश में जुटे हुए हैं, और आज जब समय आया तो एक ऐसा फैसला किया गया जिससे कांग्रेस को ही नुकसान होने का अंदेशा है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में अगर कांग्रेस हारी तो इसकी पीड़ा हमारे जैसे कार्यकर्ताओं को होगी। इसलिए हाईकमान को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। खरोला ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व यदि यह कह दे कि उनके इस फैसले से पार्टी की जीत सुनिश्चत है, तो वह कोई सवाल नहीं उठाएंगे। लेकिन पार्टी को एकबार फिर से ताजा सर्वे कराना चाहिए और उसके बाद फैसला लेना चाहिए।
पूर्व काबीना मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण ने कहा कि उन्हें पार्टी नेतृत्व पर भरोसा है कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करेगा। कहा कि वह कार्यकर्ताओं और समर्थकों के मन की बात पहले राज्य और फिर केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचाएंगे। तब भी निर्णय में बदलाव नहीं हुआ तो आगे कदम उठाने पर फिर से विचार करेंगे। वहीं इस मंच पर दोनों ही नेताओं के समर्थकों ने भी पार्टी को अपना फैसला बदलने की अपील की है।