बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा फिर से सवालों के घेरे में आ खड़ी हुई है। बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी) ने इंटरमीडिएट (12वीं कक्षा) के विवादों से घिरे आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार का रिजल्ट शुक्रवार को निलंबित कर कारण बताओ नोटिस जारी किया। साथ ही बोर्ड द्वारा गणेश कुमार के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर के बाद पुलिस ने उसे शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। बीएसईबी ने गणेश के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसका दसवीं का रिजल्ट भी निलंबित कर दिया है।
दरअसल, इस वर्ष भी इंटरमीडिएट परीक्षा के आर्ट्स स्ट्रीम के टॉपर गणेश कुमार का संगीत का ज्ञान संदेह के घेरे में था। पिछले वर्ष भी बिहार इंटर परीक्षा के कला संकाय की टापर्स रही रूबी राय पर सवाल खड़े हो गए थे, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी भी हुई थी।
बिहार के समस्तीपुर जिले के सुदूरवर्ती इलाके ताजपुर प्रखंड के छखबीबी गांव स्थित एक सेकेंडरी स्कूल रामनंदन सिंह जगदीप नारायण सिंह हाई स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने वाले 23 वर्षीय गणेश से जब उनके संगीत ज्ञान के बारे में पूछा गया था जो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
गणेश 82.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर कला संकाय में टॉपर बने थे। उन्हें हिंदी में 92, संगीत में 82 और समाज विज्ञान में 42 अंक प्राप्त हुए थे। गणेश से मिथिला कोकिला के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने शारदा सिन्हा के बजाय लता मंगेशकर का नाम लिया था तथा सुर, ताल और मात्रा में बेहतर तौर पर अंतर स्पष्ट नहीं कर पाए।
पड़ोसी राज्य झारखंड के गिरिडीह के मूल निवासी गणेश ने बताया कि वे रोजी-रोटी की तलाश में इस गांव आए थे और कुछ लोगों के सुझाव पर उक्त स्कूल में उच्च शिक्षा ग्रहण करने गए।
गणेश से जब उनकी प्रायोगिक परीक्षा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने एक हिंदी फिल्म के एक गाने की कुछ पंक्ति गाकर सुनाई थी. कला संकाय के टॉपर का उक्त इंटरव्यू टीवी चैनलों पर दिखाया गया और बिहार इंटर परीक्षा 2017 में बेहतर मूल्याकंन नहीं होने के आरोप को खारिज करते हुए शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने बताया था कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने स्वयं कहा है कि पूरे मूल्यांकन पक्रिया से गुजरने के बाद ही इंटर परीक्षा के विभिन्न संकायों में टापर्स होने वालों का चयन किया गया है।
बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी से जब इंटर परीक्षा 2017 में कला संकाय में टॉपर रहे गणेश के संगीत विषय के ज्ञान के बारे में पूछे जाने पर शिक्षा मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा था कि जो मीडियाकर्मी उनसे संगीत को लेकर प्रश्न पूछ रहे क्या वे स्वयं बहुत बडे संगीतज्ञ हैं। चौधरी ने कहा कि मूल्यांकन कार्य सुयोग्य शिक्षकों से कराया गया है। ऐसे में इस बार की इंटर परीक्षा में उत्तीर्ण होने वालों की कम संख्या पर प्रश्न उठाए जाने का कोई औचित्य नहीं दिखता।
उल्लेखनीय है कि गत 30 मई को जारी इंटर परीक्षा के परिणाम में 64 प्रतिशत छात्रों के विफल हो जाने से उत्तेजित छात्रों के पटना स्थित इंटर काउंसिल मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन करने के चलते पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था।
Jun22017