मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 25 करोड रूपये की लागत से 1 लाख वर्ग फीट पर बने ’पतंजलि सेवा आश्रम’ व संस्कृत गुरूकुलम का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा रामदेव की उत्तराखण्ड के विकास में अहम भूमिका हैं, उन्ही के प्रयास के कारण इस पंतजलि केन्द्र का निर्माण हो पाया हैं। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि बाबा रामदेव व पंतजलि के माध्यम से उत्तराखण्ड में 1 लाख लोगो को रोजगार मिला है, जिसे अगले पांच वर्षो में 5 लाख तक करने का लक्ष्य रखा गया हैं। मुख्यमंत्री ने बाबा रामदेव से डागर पट्टी के कास्तकारों की हल्दी व अदरक तथा भरपूर पटटी की दाल हेतु प्रसंकरण केन्द्र खोलने का भी अनुरोध किया, जिससे कि कास्तकारो को इसका उचित मूल्य मिल सकें।
मुख्यमंत्री ने पंतजलि सेवा केन्द्र के अलकनन्दा पर एक स्नान घाट बनाने, हिन्डोलाखाल में पाॅलिटैक्निक के लिये भवन व हिन्सरियाखाल के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के भवन हेतु धन मुहैया कराने की घोषणा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री, अन्य मंत्रीगण, बाबा रामदेव के सहयोगियो द्वारा हवन पूजा की गयी तथा आश्रम में रह रहे बच्चो द्वारा अपनी योग विद्या का प्रदर्शन किया गया। इस सेवा केन्द्र में 2013 मे आई केदारनाथ आपदा के दौरान हुये निराश्रित 100 से अधिक बच्चों को रखा गया हैं, जिनकी 12 वीं तक की शिक्षा-दीक्षा होगी तथा उच्च शिक्षा हरिद्वार के पंतजलि में होगी।
स्वामी बाबा रामदेव ने कहा कि भारत सरकार का भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने का जो संकल्प है, उसमें उत्तराखण्ड का भी शत-प्रतिशत सहयोग होगा। उन्होने कहा कि जब उत्तराखण्ड में आपदा आयी थी तब इस गाॅंव के सहयोग से सेवा केन्द्र खोला गया जो दो वर्षो से कम समय में बनाया गया तथा इसकी गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा गया हैं। उन्होने कहा कि हमारा सेवा केन्द्र हर बच्चे की देख-भाल पर प्रतिमाह 15 हजार रूपये खर्च कर रही हैं, जैसे कि दिल्ली, मुम्बई जैसे अमीर घरानो के बच्चो पर होता है। सेवा केन्द्र में पढ़ने वाले बच्चों के साथ पतंजलि हर सहयोग के लिये हमेशा खडा हैं, उनकी उच्च शिक्षा से लेकर रोजगार तक की व्यवस्था हमारी प्रथमिकता होगी। क्षेत्र में प्रसंस्करण खोलने पर उन्होने कहा कि यहां के लोगो को उनके अदरक, दाल व हल्दी का उचित दाम व उचित व्यवस्था दी जायेगी, जिससे उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री अरविन्द पाण्डेय, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक विनोद कण्डारी, आचार्य बालकृष्ण सहित अन्य उपस्थित थे।
Jun32017