ऋषिकेश।
ऋषिनगरी में स्कूलों के बाहर मनचले युवाओं को सबक सिखाने की दरकार है। स्कूल आते जाते समय यह युवा छात्राओं पर फब्तियां कसते है और उनका पीछा करने का प्रयास करते है। इनसे बचने के लिए छात्रायें स्कूल आते जाते बचने का प्रयास करती है। कुछ छात्रायें तो स्कूल जाने के लिए रास्ते भी बदल रही है। लेकिन इन मनचलों की बाईक उन रास्तों पर भी छात्राओं का पीछा कर रही है। सड़क पर चल रही छात्रा से कट मारने की हिम्मत भी सरेआम देखी जा सकती है।
स्कूल की छुट्टी के दौरान रेलवे रोड में मनचले सड़कों पर ऐसे बाईक दौड़ा रहे जैसे किसी रेस में दौड़ रहे हो। अचानक ब्रेक मारना और बाईक से तरह तरह की आवाजें निकालना इनकी आदतों में शुमार हो गया है। अपनी ओर ध्यान खिचनें के लिए चलती बाईक में स्टंट करने से भी यह बाज नही आ रहे है। मनचलें यातायात नियमों का भी उल्लंघन कर रहे है। साइलेंसर से कानफोड़ू आवाज कर्कश ध्वनि पैदा करती है।
पुलिस का खौफ नही …
ऋषिनगरी में मनचले युवाओं को पुलिस का कोई खौफ दिखता नजर नही आ रहा है। नहीं तो छात्राओं का पीछा करने और सरेराह कट मारने का प्रयास करने की हिम्मत नही होती। मनचलों की आड़ में किसी दिन स्कूली छात्रा से टप्पेबाजी या लूट की घटना हो जाये, तो इंकार नही किया जा सकता है। वैसे भी ऋषिनगरी में टप्पेबाजी की घटनायें दिन प्रतिदिन बढ़ने लगी है।
कोट …
चीता पुलिस ऐसे स्कूलों के रुट पर नजर रखेगी। छात्राओं को परेशानी न हो इसका ध्यान रखा जायेगा। मनचलों को सबक सिखाया जायेगा।
मनोज कत्याल सीओ ऋषिकेश।