रोक के बावजूद रात के वक्त धड़ल्ले से राफ्टिंग हो रही है। शनिवार देर रात भी मुनिकीरेती पुलिस ने एक राफ्टिंग संचालक पर कार्रवाई कर इस मामले में चालान ठोक दिया। नीमबीच पर हुई छापेमारी की इस कार्रवाई में पुलिस राफ्ट को पकड़कर थाने ले आई। पांच हजार रुपये का चालान काटने के साथ ही राफ्टिंग संचालक को दोबारा रात के समय गंगा में राफ्ट का संचालन न करने की हिदायत दी गई है।
पुलिस की इस कार्रवाई से अलबत्ता राफ्टिंग व्यवसायियों में रोष है। रविवार को इस संबंध में राफ्टिंग संचालकों ने आपस में बैठक की। राफ्टिंग रोटेशन अध्यक्ष दिनेश भट्ट ने थाना प्रभारी मुनिकीरेती आरके सकलानी से वार्ता भी की। दिनेश भट्ट ने मुनिकीरेती क्षेत्र में वन-वे सिस्टम लागू करने की मांग की। हालांकि थाना प्रभारी आरके सकलानी ने मांगों को नाजायज ठहराया। उनका कहना था कि दुर्घटना के मद्देनजर रात में गंगा में राफ्ट चलाए जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती।
नियमों का सालों से पालन नहीं
कई साल से गंगा में नियमों को ताक पर रखकर राफ्टिंग हो रही है। पर्यटकों की सुरक्षा की दृष्टि से राफ्टिंग के लिए कई नियम बनाए गए हैं। इनमें से क्याक का संचालन, राफ्टिंग शुरू करने वाले स्थान पर ही राफ्टों में हवा भरना, वाहनों में राफ्टों का ओवरलोड न होना, रात्रि में गंगा में राफ्टों के संचालन पर प्रतिबंध जैसे कई मानक हैं, जिनका आज तक पालन नहीं हुआ।
वन-वे व्यवस्था हो
मुनिकीरेती में वन-वे व्यवस्था लागू हो चाहिए। वर्तमान में पुलिस मधुबन बस पार्किंग और खारास्रोत के रोटेशन काउंटर से चल रही राफ्टों को विठ्ठल आश्रम वाले रास्ते से भेज रही है। राफ्टिंग वाले वाहन इस रूट में जाम में फंस जाते हैं। इससे पर्यटकों और राफ्टिंग व्यवसायियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जाम में फंसने के कारण एक ही पर्यटक को राफ्टिंग करने में सुबह से शाम लग रही है। मधुबन बस पार्किंग और खारास्रोत के राफ्टिंग व्यवसायियों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। बीते शनिवार को भी पकड़ी गई राफ्ट जाम में फंस गई थी। इससे वह देरी से एंडिंग प्वांईंट पहुंच पाई।
दिनेश भट्ट, गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन अध्यक्ष
रोटेशन अध्यक्ष की मांग नाजायज
राफ्टिंग रोटेशन अध्यक्ष की मांग नाजायज है। गंगा में दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए रात के समय चलने वाली राफ्टों का चालान किया जाता है। ट्रैफिक सुविधाओं के अनुसार राफ्टिंग वाहनों को बाईपास मार्ग से भेजा जाता है। ट्रैफिक नियंत्रण और गंगा में दुर्घटनाओं को रोकना पुलिस की प्राथमिकता है।
आरके सकलानी, थाना प्रभारी मुनिकीरेती