सामाजिक कार्यकर्ता अभिषेक शर्मा ने कहा कि महाकुंभ 2021 सिर्फ हरिद्वार तक सीमित होकर रह गया है, जबकि कुंभ का महत्व देवप्रयाग तक है, तो फिर इसमें ऋषिकेश और आसपास रामझूला, मुनिकीरेती, स्वर्गाश्रम की अनदेखी क्यों की जा रही है। उन्होंने शासन स्तर से इन क्षेत्रों की अनदेखी का आरोप लगाया। कहा कि इन क्षेत्रों को मिलाकर नया कुंभ क्षेत्र घोषित किया जाए।
कहा कि वर्तमान में इन क्षेत्रों के आश्रम, मठ और मंदिरों की स्थिति ठीक नहीं है, कोरोना काल के चलते आर्थिक स्थिति से इन्हें सामना करना पड़ रहा है। कहा कि कुंभ के नाम पर सिर्फ अतिक्रमण अभियान चलाया जा रहा है। समाजसेवी ने प्रदेश सरकार पर रोजगार देने की जगह खत्म करने का आरोप भी जड़ा। उन्होंने इस बावत केंद्र सरकार से अपील की है कि वह इस पर भी संज्ञान लें और इन क्षेत्रों को भी कुंभ की दृष्टिगत संवारा जाए।