देहरादून। दलित व्यक्ति के साथ अत्याचार उत्पीड़न और गालीगलौज करने के आरोप में गिरफ्तार आशुतोष नेगी को कठोर सजा दिलाने की मांग को लेकर दलित समुदाय मुखर होने लगा है। इस मामले में विश्व दलित परिषद ने उत्तराखण्ड के डीजीपी को पत्र भेजकर आशुतोष नेगी व अन्य आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। साथ ही मांग पूरी न होने पर आन्दोलन की चेतावनी भी दी है।
विश्व दलित परिषद के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेन्द्र पाल सिंह चमार ने डीजीपी अभिनव कुमार को भेजे पत्र में कहा है कि आशुतोष नेगी व उसके कुछ साथी अनुसूचित जाति के एक समाज सेवी रोजेश राजा कोली के साथ अपमानजनक व्यवहार, मारपीट और गालीगलौज करने के आरोप में गिरफ्तार हैं। इन आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जानी चाहिए। उन्होंने डीजीपी से अनुरोध किया है कि आशुतोष नेगी और अन्य आरोपियों को जमानत न दी जाए बल्कि उन्हें कठोर से कठोर दण्ड दिया जाए।
अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेन्द्र पाल सिंह चमार ने कहा है कि उत्तराखण्ड की मौजूदा सरकार में अनुसूचित जाति के लोगों के हित सुरक्षित हैं, उनका मान सम्मान बढ़ा है और उन्हें न्याय भी मिलता आया है। किन्तु कुछ ऐसे असामाजिक तत्व हैं जो बुरी भावना से दलित समाज के लोगों के साथ अतयाचार करते हैं और उनके मान सम्मान को ठेस पहुंचाते हैं। यदि ऐसे आरोपियों को जमानत मिली तो दलित समाज का विश्वास टूट जाएगा और उन्हें आन्दोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
Mar82024