उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने जानकारी देते हुए बताया की आज उनके नेत्रत्व में कांग्रेस के पदाधिकारियों ने ऋषिकेश बस अड्डे में बने चार धाम यात्रा सीजनल सहायता केंद्र में जाकर व्यवस्थाओं का मुआयना किया।
खरोला ने जानकारी देते हुए बताया की उत्तराखंड राज्य का नाम देवभूमि के नाम से देश, विदेश में प्रसिद्ध है, दूर दूर से श्रद्धालु जन ईश्वर से जुड़ने के लिए देवभूमि में आते है, कोरोना काल में लगे लाकडाउन के वजह से श्रद्धालु जन चार धाम की यात्रा से वंचित रह गये थे और इसके साथ जिनका व्यवसाय चार धाम यात्रा और पर्यटकों से जुडा है उनका काम भी अति मंद हो गया था ।
खरोला ने कहा की जब देश के विभिन्न तीर्थस्थलो में आवगमन दूसरी राज्य सरकारो ने शुरू कर दिया था तो उत्तराखंड में भाजपा मुख्यमंत्रीयो को बदलने में व्यस्त थी, जबकि उत्तरखंड के सभी धार्मिक, समाजिक और राजनितिक संघठनो ने चार धाम यात्रा खोलने की मांग की यहा तक की विधानसभा सत्र में कांग्रेस विधायक दल ने पुर जोर तरके से यात्रा प्रारम्भ करने के लिए प्रयास किये तब जाकर सरकार की नींद खुली और चार धाम यात्रा के कपाट खुलने के चार माह बाद यात्रा शुरू की गयी , परतु सरकार के उदासीनता के कारण आज 12 वे दिन बाद भी ऋषिकेश जहाँ से चार धाम के लिए श्रद्धालु को यात्रा के लिए भेजा जाता है वहां ना ही चार धाम यात्रा से सम्बंधित विभागों में कर्मियों की तैनाती है, न डॉक्टर है, न ही हेल्प डेस्क पर कोई बैठा है ।
खरोला ने कहा की कोई भी अधिकारी सरकार की व्यवस्थाओं पर उचित जवाब नहीं दे पाया। पर्यटन विभाग, नगर निगम, देवस्थानम बोर्ड जैसे महत्वपूर्ण विभागों में कोई भी कर्मचारी या अधिकारी नहीं था यहाँ तक की एक डॉक्टर की तक तैनाती नहीं की गयी है जिससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है की भाजपा हिन्दुओ को सिर्फ वोट बैंक के इस्तमाल वाली पार्टी बन गयी है जबकि हिन्दुओ और सिक्खों के आस्था के प्रतिक चारधाम,हेमकुंड साहेब यात्रा उनके लिए सिर्फ एक घोषणा मात्र है ।
खरोला ने सरकार के आरोप लगाते हुए कहा की देवास्थानम बोर्ड की वेबसाइट में ई पास न बनने के चलते चारधाम यात्री जो कई किलोमीटर से देवभूमि आये है उनको बिना चार धाम यात्रा करे वापिस जाना पड़ रहा है और बस अड्डो पर ऑनलाइन पंजीकरण न होने से श्रद्धालुओ को कई परेशानिया उठानी पड रही हैं वही जो यात्री एक सप्ताह से रोज बस अड्डे के चक्कर लगा रहे है और जिनका बजट चार धाम यात्रा के लिए सिमित था उनको मज़बूरी वापिस लौटना पड़ रहा है। ऋषिकेश बस अड्डे पर न पेयजल, शौचालय, और प्रतीक्षा कक्ष जैसी सुविधाए भी उपलब्ध नहीं है,यहाँ तक की सीएम हेल्पलाइन नंबर बर भी सुनवाई नहीं हो रही है ।
खरोला ने कहा कि सरकार आगामी विधानसभा चुनाव में व्यस्त है जबकि हिन्दुओ की आस्था से जुड़े चाहे चार धाम हो या कुम्भ मेला सरकार ने राज्य के नाम को अपने भ्रष्ट रवैय्ये से आज मिटटी में मिला दिया है।
खरोला ने कहा की अगर जल्द से जल्द अगर सरकार ने चार धाम यात्रा को सुचारू चलाने के लिए उचित कदम नहीं उठाये तो कांग्रेस घोर आन्दोलन के लिए बाध्य होगी ।
इस मौके पर सुधीर राय, मनीष शर्मा, नवीन चंद रमोला, बलवीर सिंह रौतेला, सोनू पांडे, मदन कोठारी, नन्द किशोर जाटव, हरीश नौटियाल,रुकम पोखरियाल, बृजेश उनियाल, बृजेश भानु प्रकाश,धीरेंद्र पोखरियाल, भारत शर्मा, मुकेश नेगी, राजाराम आदि मौजूद रहे ।
Oct12021