डोईवाला।
विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मानसिक चिकित्सा रोग विभागाध्यक्ष डॉ. रजत रे ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संस्था के आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में 350 मिलियन लोग अवसाद से ग्रसित हैं। बताया कि अवसाद के कई कारण हंै। जिसमें व्यक्ति का विपरीत परिस्थितियों के साथ तालमेल करने में असफल रहने पर नकारात्मक हो जाना प्रमुख है। उन्होंने मरीजों को पुरानी बातें भूलकर तनाव से बचने की सलाह दी।
सामुदायिक चिकित्सा विभाग की ओर से डॉ. एके श्रीवास्तव की अगुवाई में कुड़कावाला डोईवाला में अवसाद को लेकर जागरूकता रैली निकालने के साथ नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। जिसमें एमबीबीएस के छात्रों ने राइका तेलीपाड़ा में नुक्कड़ नाटक व पोस्टर प्रर्दशनी से बच्चों को अवसाद के लक्षणों व उपचार की जानकारी दी। साथ ही रैली से लोगों को सही जीवनशैली अपनाने को जागरूक किया।
सामुदायिक चिकित्सा विभागाध्यक्ष डॉ. जयंती सेमवाल ने बताया कि आजकल के समय में उम्रदराज व व्यस्क व्यक्तियों के अलावा युवा वर्ग भी अवसाद की चपेट में तेजी से आ रहा है। इसका कारण युवकों को अपने करियर में कड़ी प्रतिस्पद्र्धा एक कारण है। जिससे लक्ष्य तय करने में उन्हें अवसाद जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। इस अवसर पर डॉ. एके श्रीवास्तव, डॉ. शिल्पी, डॉ. रजनीश, फरजाना अंसारी, रीता भट्ट व आराधना मौजूद थे।
![विश्व स्वास्थ्य दिवस पर एसआरएचयू ने किया लोगों को जागरूक](https://sankhnaad.com/wp-content/uploads/2017/04/1063.jpg)
Apr72017