तीर्थनगरी को उत्तर भारत के सबसे बड़े वेडिंग बाजार के रूप में किया जायेगा। प्रथम चरण में ढाई सौ वेंडरों को बसाने की निगम की योजना है। इसके साथ ही सुव्यवस्थित व्यापार के जरिए निगम प्रशासन ने देवभूमि ऋषिकेश को स्मार्ट सिटी बनाने की ओर मजबूत कदम बढ़ा दिए है।
शहर में अनेकों मेगा प्रोजेक्टों के जरिए हो रहे विकास कार्यों के साथ जहां देवभूमि में बदलाव की ब्यार बह रही है वहीं सुव्यवस्थित व्यापार के लिए भी निगम प्रशासन कटिबद्व नजर आ रहा है। आईएसबीटी में उत्तर भारत के सबसे बड़े वेंडिंग जोन का आज मेयर अनिता ममगाई ने लोकार्पण किया।
उन्होंने कहा कि गढवाल के मुख्य द्वार ऋषिकेश को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने का सपना साकार किया जाएगा।शहर को भविष्य की जरूरत के अनुरूप बुनियादी ढांचे को फास्ट ट्रैक पर विकसित करने के लिए योजनाओं पर काम किया जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की कामयाबी के लिए जमीनी सतह पर काम किया गया है।उन्होंने कहा कि शहर में खोखा व्यवसायियों के व्यापार को सुव्यवस्थित बनाकर ही स्मार्ट सिटी के मार्ग को प्रशस्त किया जायेगा। उन्होंने कहा कि निगम के इस मेगा प्रोजेक्ट से तीर्थ नगरी का शुमार उत्तर भारत के सबसे बड़े वेडिंग बाजार के रुप मे हो जायेगा। प्रथम चरण में इसमें ढाई सौ वेडरों को बसाया जायेगा।जिन्हें बिजली, पानी,शौचालय,सीसीटीवी और सिक्योरिटी गार्ड के साथ सुरक्षा निगम प्रशासन प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि इस महत्वाकांक्षी योजना के साथ उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं को शहर में लाने का वायेदा भी पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह योजना पथ व्यवसायियों को भी पूरे आत्म सम्मान के साथ अपना व्यापार चलाने का मौका देगी। इस अवसर पर सहायक नगर आयुक्त एलम दास, पार्षद विजय बडोनी, पार्षद वीरेंद्र रमोला, पार्षद प्रदीप कोहली, पार्षद अनिता रैना, पार्षद लक्ष्मी रावत, पार्षद कमलेश जैन, पार्षद अनिता प्रधान, रवि शर्मा, राजपाल ठाकुर, पवन शर्मा, सुनील उनियाल, मदन कोठारी, प्रिया ढकाल, सहायक अभियंता आनंद मिश्रवान, कर अधीक्षक रमेश रावत, धीरेंद्र सेमवाल आदि उपस्थित रहे।