ऋषिकेश।
मंगलवार को ऋषिनगरी के त्रिवेणी घाट, मुखर्जी मार्ग, रेलवे रोड, क्षेत्र रोड, सुभाष चौक, मेन बजार व त्रिवेणी घाट रोड पर सुबह से महिलाओं की भीड़ रही। साड़ी, चूड़ी व ज्वेलरी सहित अन्य दुकानें महिलाओं की भीड़ से अटी नजर आई। महिलाओं ने दुकानों से अपनी मनपंसद चीजों की जमकर खरीददारी की। सुभाष चौक से महिलाएं करवाचौथ की कथा से जुड़ी किताबे व तस्वीरे ले रही थी। महिलाओं की खरीददारी के चलते मुख्य मार्गो से दुपहिया व पैदल चलने वाले को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। खासकर त्रिवेणी घाट रोड व सुभाष चौक पर बहुत दिक्कत रही। बनखण्डी से खरीददारी को पहुंची सीमा व कविता बिष्ट का कहना है कि उनका पहला करवा चौथ है इसलिए वे दो दिन पहले ही बाजार से खरीददारी करने पहुंची है। जिससे वे आराम से अपनी मनपंसद चीजों की खरीददारी कर सके। श्रेया अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने कुछ चीजें ऑनलाइन के जरिए खरीद ली है और बचे हुए सामान की खरीददारी करने पहुंची है।
पति की लंबी आयु को रखा जाता है करवा चौथ व्रत
करवा चौथ पर विवाहित महिलाए अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती है करवा चौथ के व्रत का पूर्ण विर्ण वामन पुराण में किया गया है। आचार्य पंडित राकेश सेमवाल व सुरेश चन्द्र भट्ट का कहना है कि इस साल करवा चौथ के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 26 मिनट से लेकर 6 बजकर 22 मिनट तक का है। इस वर्ष करवा चौथ का दिन चंद्रोदय रात 8 बजकर 38 मिनट पर होगा। करवा चौथ के दिन चन्द्रमा को अघ्र्य देकर ही व्रत पारण किया जाता है।
करवा चौथ पूजन विधि
नारद पुराण के अनुसार इस दिन भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए। करवा चौथ की पूजा करने के लिए बालू यानी रेत की एक वेदी बनाकर भगवान शिव-देवी पार्वती, स्वामी कार्तिकेय, चन्द्रमा एवं गणेश जी को स्थापित कर उनकी विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए। पूजा के बाद करवा चौथ की कथा सुननी चाहिए तथा चन्द्रमा को अघ्र्य देकर छलनी से अपने पति को देखना चाहिए। पति के हाथों से ही पानी पीकर व्रत खोलना चाहिए। इस प्रकार व्रत को सोलह या बारह वर्षो तक करे उद्यापन कर देना चाहिए।