आश्रम की लड़कियों से दुष्कर्म के मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 25 अगस्त को दोषी ठहराये जाने के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में पंचकूला की एक अदालत ने आज हनीप्रीत इंसां को 23 अक्तूबर तक न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला सुनाया है। इस हिंसा में 41 लोगों की मौत हो गयी थी जबकि सैकड़ों लोग जख्मी हो गए थे। नौ दिन की पुलिस हिरासत की अवधि पूरी होने के बाद हनीप्रीत और सुखदीप कौर को आज कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रोहित वत्स की अदालत में पेश किया गया।
बचाव पक्ष के वकील एस के गर्ग नरवाना ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हनीप्रीत और सुखदीप दोनों को 23 अक्तूबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें अंबाला सेंट्रल जेल में रखा जायेगा और 23 अक्तूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। गिरफ्तारी के बाद अदालत ने पहले उन्हें छह दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था बाद में उसे तीन और दिन के लिये बढ़ा दिया गया था। पुलिस हिरासत की अवधि आज खत्म हो गई थी। अभियोजन ने अदालत को बताया कि उन्होंने प्रियंका तनेजा उर्फ हनीप्रीत (36) का एक मोबाइल फोन बरामद किया है।
इससे पहले कोर्ट की ओर से तीन दिन की रिमांड अवधि बढ़ाए जाने के बाद पुलिस ने हनीप्रीत से कई राज जानने की कोशिश की। पंचकूला दंगों की जांच कर रही हरियाणा पुलिस की एसआइटी हनीप्रीत को लेकर बुधवार को पहले पंजाब के भठिंडा गई और फिर राजस्घ्थान ले कर पहुंची। पुलिस दिन में बठिंडा के गांव जंगीराना पहुंची और वहां जांच के बाद राजस्थान गई। सूत्रों की मानें तो अपनी जुबान न खोलने वाली हनीप्रीत ने पुलिस के सामने कई राज खोले हैं और उसी की निशानदेही के आधार पर, पुलिस उसे विभिन्न स्थानों पर लेकर जा रही है।
Oct132017