संसदीय स्थाई समिति स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की टीम ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश का जायजा लिया। समिति अध्यक्ष प्रो. रामगोपाल यादव ने एम्स में संचालित सेवाओं के साथ यहां भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों से भी वार्ता कर एम्स की प्रगति जानी।
समिति अध्यक्ष ने बताया कि एम्स के साथ ही नेशनल हेल्थ मिशन के तहत संचालित होने वाले चिकित्सा सेवाओं का समिति यहां जायजा लेने पहुंची है। समिति के अध्यक्ष के साथ सदस्य विकास महात्मय, रोनाल्ड इस्पातलू, डॉ. मनोज राजोरिया, अजरुन लाल मीना, डॉ. के कामराज, आर लक्ष्मण, डॉ. शांतनु सैन और डॉ. एमके राघवन एम्स ऋषिकेश पहुंचे।
सर्वप्रथम समिति के सभी सदस्यों ने यहां पौधरोपण किया। समिति ने इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी पंजीकरण, आर्थोपेडिक ओपीडी, न्यूक्लियर मेडिसिन रेडियोलॉजी, प्राइवेट वार्ड, नई ओटी, मेडिसिन वार्ड, ओटी कॉम्पलैक्स, सेंटर लैब, मेडिकल कॉलेज का मुआयना किया। समिति अध्यक्ष समेत सभी सदस्यों ने निदेशक प्रो. रविकांत, डीन डॉ. सुलेखा किशोर, चिकित्साधीक्षक मुकेश त्रिपाठी, उप निदेशक प्रशासन अंशुमान गुप्ता आदि के साथ बैठक की। इस दौरान एम्स के कार्यों की समीक्षा की गई।
समिति अध्यक्ष प्रो. यादव ने बताया कि समिति की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जाएगी। एनएचएम के तहत संचालित स्वास्थ्य योजनाओं का समिति जायजा ले रही है। समिति ने डोईवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया। समिति अध्यक्ष प्रो. रामगोपाल यादव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को चिकित्सा सेवाओं से संबंधित आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। स्वास्थ्य महानिदेशक उत्तराखंड सरकार डॉ. टीसी पंत ने बताया कि हॉस्पिटल में ऑपरेशन थिएटर को बड़ा किया जा रहा है। शीघ्र ही यहां पर सभी प्रकार के ऑपरेशन भी शुरू हो जाएंगे। समिति ने स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय का भी निरीक्षण किया। कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने दल के सभी सदस्यों का स्वागत किया। समिति ने कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआरआइ) का निरीक्षण किया।
इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ. सुनील सैनी ने इंस्टीट्यूट की ओर से दी जा रही सेवाओं की जानकारी दी। समिति अध्यक्ष ने कहा कि कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट को टर्सरी सेंटर के रूप में विकसित करने के लिए राज्य सरकार को संस्तुति दी जाएगी।