इस साल के पद्म अवॉर्ड बेहद खास हैं। भारत-आसियान मैत्री के 25 साल पूरे होने पर सरकार ने सभी 10 आसियान देशों की एक-एक हस्ती को पद्मश्री अवॉर्ड से नवाजा है। यह भारत और आसियान की 25 साल की साझेदारी का सम्मान है।
ब्रूनेई दारुस्सलाम के मलाजी हाजी अब्दुल्ला मलाजी हाजी ओथमान को चिकित्सा वर्ग में पद्मश्री दिया गया है। वह सोसाइटी फॉर मैनेजमेंट ऑफ ऑटिज्म रिलेटेड इश्यूज इन ट्रेनिंग, एजुकेशन ऐंड रिसोर्सेज के संस्थापक हैं।
कम्बोडिया के पूर्व प्रधानमंत्री हुन सेन के बेटे हुन मैनी को जनता के बीच काम के लिए पद्मश्री अवॉर्ड दिया गया है। वह कम्बोडिया के सबसे युवा सांसद हैं और यूनियन ऑफ यूथ फेडरेशन, कम्बोडिया के प्रेसिडेंट हैं।
बाली में विष्णु की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार को सम्मान
इंडोनेशिया के मूर्तिकार और नव कला आंदोलन के अगुआ न्योमान नुआर्ता को भी पद्मश्री अवॉर्ड दिया गया है। उन्होंने बाली में विष्णु को समर्पित गरुड़ विष्णु केनकाना स्टैच्यू निर्माण में अहम भूमिका निभाई है।
लाओस के बोउनलप केओकंगाना भी पद्मश्री अवॉर्ड से नवाजा गया है। वह वैट फो वर्ल्ड हैरिटेज साइट के डिप्टी डायरेक्टर रहे हैं। उन्होंने एएसआई के साथ भद्रेश्वर के शिव मंदिर के पुनरुद्धार में अहम भूमिका निभाई है, जिसे कि वैट फो के नाम से जाना जाता है।
ओडिशी डांसर को अवॉर्ड
मलेशिया के दातुक रामली बिनप इब्राहिम को भी पद्मश्री अवॉर्ड से नवाजा गया है। वह ओडिशी के क्लासिकल डांसर हैं और करीब 40 साल से मलेशिया में डांस टीचर हैं। उन्हें इसके पहले संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है। वह मलेशिया में सूत्र डांस थिएटर चलाते हैं।
पद्मश्री अवॉर्ड पाने वाली आसियान की अन्य हस्तियों में म्यांमार इतिहासकार एवं लेखक डॉ. थांट मिंट यू, फिलीपींस के आरएफएम ग्रुप के सीईओ एवं प्रेसिडेंट जोस मा जोए, सिंगापुर के विदेश मंत्रालय में राजदूत टॉमी कोह, 10 साल की उम्र में भिक्षु बन जाने वाले थाइलैंड के सुप्रीम पैट्रिआर्क सोमदेत फ्रा अरिया वोंगसा खोट्टायन और वियतनाम के नेशनल वियतनाम बौद्ध संघ के महासचिव न्गुयेन थिएन थिएन शामिल हैं।