अपने ही वार्ड संख्या 38 में अपने ही द्वारा कराए गए कार्यों की जांच को लेकर पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट ने नजीर पेश की है। पार्षद ने आज वार्ड के कुछ सदस्यों के साथ नगर आयुक्त नगर निगम नरेंद्र सिंह क्वींरियाल को ज्ञापन दिया और निष्पक्ष जांच करने की मांग की। साथ ही मामले में दोषियों को कड़ी सजा देने की भी मांग की। पार्षद की इस पहल को उनके वार्ड तथा नगर के लोगों ने सराहा है।
आज पार्षद राजेन्द्र प्रेम सिंह बिष्ट ने नगर आयुक्त नगर निगम और मेयर अनिता ममगाईं को अपने क्षेत्र की कुछ दिन पूर्व बोर्ड लगाने को लेकर हुई घटना से अवगत कराया और बताया कि कुछ दिन पूर्व नगर निगम के द्वारा एक ऐसा बोर्ड लगा दिया गया था जिसमें कुछ भाषा संबंधी त्रुटि हुई थी। नगर निगम के किसी कर्मचारी की भूलवश हुई इस लापरवाही का फायदा कुछ विरोधी षड्यंत्रकारियों ने भरपूर उठाने की कोशिश की, लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं हुए। बताया कि मेरी प्राथमिकता सदैव क्षेत्र में बेहतर कार्य करना और जन समस्याओं का निराकरण है।
पार्षद ने आगे कहा कि उक्त मामले को लेकर नगर निगम की छवि धूमिल हुई है जिसको देखते हुए वह चाहते हैं कि पिछले 2 वर्षों में जितने भी विकास कार्य, निर्माण कार्य आदि उनके वार्ड में हुए है। उनकी जांच करवाई जाएं। साथ ही उसे सार्वजनिक भी किया जाए। ताकि भविष्य में इस तरह की गतिविधियों से नगर निगम और पार्षद की छवि धूमिल न हो सके।
ज्ञापन देने वालों में पूर्व छात्र संघ महासचिव विकास शाही, जगी पंवार, राजेंद्र सिंह, डिमरी, राजेंद्र भारद्वाज, संजय बिष्ट, अजय गोयल, सनी शाही, अतर सिंह रावत, हेमेंद्र बटोली, सोनू पाल, लक्ष्मण सिंह, विक्की, अरुण पांडे आदि उपस्थित थे।