मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित 48वें एक्सपोर्ट एक्सीलेंस अवॉर्ड वितरण में कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्हें ऐसे लोगों को सम्मानित करने का अवसर मिला है जिन्होंने अपने कार्यों से, अपनी मेहनत से विभिन्न क्षेत्रों में अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे कुल निर्यात में 25 प्रतिशत हिस्सा इंजीनियरिंग सेक्टर का है। इससे यह पता चलता है कि हमारा देश तेजी से विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल मेक इन इंडिया से व्यापार आसान हुआ है। उत्पादों के निर्यात में आसानी हुई है।
मुख्यमंत्री ने ईईपीसी इंडिया को इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए उत्तराखण्ड को चुनने के लिए बधाई देते हुए कहा कि उत्तराखण्ड सरकार उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्य कर रही है। उत्तराखंड देश का दूसरा राज्य है जहां पर्यटन को उद्यम का दर्जा दिया है। हम 13 जिलों में 13 नए थीम बेस्ड पर्यटन गंतव्य विकसित कर रहे हैं। राज्य में बिजली की दरें पूरे देश के मुकाबले सबसे कम हैं। एमएसएमई के अन्तर्गत प्रदेश में 42000 इकाइयां हैं, जिससे लगभग 2.5 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशनल सेंटर बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने उत्तराखंड राज्य में इंजीनियरिंग आधारित उद्योगों के समुचित एवं सतत विकास हेतु और निर्यात की संभावनाओं पर एक रिपोर्ट संबंधी इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज आउटलुक, जो कि संयुक्त रुप से टैक साई व ईईपीसी द्वारा तैयार की गई है, उसका लोकार्पण किया।
कार्यक्रम में देश के उत्तरी प्रांतों से आए लगभग 100 से अधिक उद्यमियों विजेताओं को उनके द्वारा अपने क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट निर्यात करने हेतु मुख्यमंत्री द्वारा अवार्ड देकर सम्मानित किया गया।