18 जून को बीसीसीआइ की प्रशासक समिति ने उत्तराखंड के खिलाड़ियों की रणजी व अन्य घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिताओं में शिरकत करने की राह प्रशस्त की। इसके बाद से ही राज्य के क्रिकेट खिलाड़ियों में उत्साह देखने को मिला है। इसके अलावा राज्य में क्रिकेट गतिविधियों को संचालित करने के लिये बीसीसीआइ की प्रशासक समिति की ओर से गठित कंसेंसस कमेटी के लिये दो क्रिकेट एसोसिएशन ने अपने प्रतिनिधियों के नाम भेज दिए, जबकि दो अन्य संस्थायें और राज्य सरकार का अपने प्रतिनिधियों के नाम पर फैसला लेना बाकी है।
बीसीसीआई की मान्यता मिलने के बाद अब उत्तराखंड की क्रिकेट टीम बीसीसीआइ की ओर से वर्ष भर होने वाले विभिन्न आयु वर्गो की प्रतियोगिताओं में शिरकत कर सकेगी। उत्तराखंड में क्रिकेट गतिविधियों के संचालन के लिए बीसीसीआइ ने नौ सदस्यीय कंसेंसस कमेटी का गठन किया है। इसमें मान्यता का दावा करने वाली चार एसोसिएशनों के छह सदस्य, एक सरकारी सदस्य और दो सदस्य बीसीसीआइ के रखे गए हैं।
बीसीसीआइ ने पूर्व जनरल मैनेजर (क्रिकेट ऑपरेशन) प्रोफेसर रत्नाकर शेट्टी को कंसेंसस कमेटी का संयोजक बनाया है। बीसीसीआइ ने सभी क्रिकेट एसोसिएशनों से जल्द से जल्द अपने नाम भेजने को कहा है। मंगलवार को इनमें से उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन ने दो प्रतिनिधियों के नाम बीसीसीआइ की प्रशासक समिति को भेज दिए हैं।
उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव चंद्रकांत आर्य ने बताया कि एसोसिएशन ने सर्वसम्मति से अध्यक्ष प्रदीप सिंह और उनका यानी चंद्रकांत आर्य का नाम तय किया है। इसकी सूचना ईमेल द्वारा प्रशासक समिति को भेज दी गई है। यूनाइटेड क्रिकेट एसोसिएशन ने सचिव संजय गुसाईं का नाम तय करते हुए इसकी सूचना प्रशासक समिति को भेज दी है। हालांकि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड अभी तक अपने दो प्रतिनिधि और उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन अपने एक प्रतिनिधि का नाम तय नहीं कर पाई हैं।
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव महिम वर्मा ने कहा कि पदाधिकारी आपस में बैठक कर सदस्यों का नाम तय करेंगे। 22 जून तक नाम तय कर लिए जाएंगे, तब तक के लिए बीसीसीआइ से समय मांगा गया है। उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव दिव्य नौटियाल ने कहा कि एक-दो दिनों के भीतर प्रतिनिधियों के नाम तय कर बीसीसीआइ को भेज दिए जाएंगे। वहीं सरकार के नामित प्रतिनिधि का नाम मुख्यमंत्री की सहमति के बाद तय किया जाएगा।