अनुशासनहीनता के मामले में उत्तराखंड भाजपा ने अपनी ही पार्टी के विधायक पूरन सिंह फत्र्याल को नोटिस जारी किया है। प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार की ओर से जारी नोटिस में विधायक को सात दिन का समय जवाब देने को कहा गया हैं।
प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि पार्टी ने विधायक फत्र्याल के सार्वजनिक मंचों से की गई बयानबाजी का संज्ञान लिया है। कहा कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है, जो आचरण विधायक की ओर से किया गया है, उस संबंध में उनसे पूछा गया है। उन्होंने पार्टी फोरम से बाहर सार्वजनिक रूप से जो बयानबाजी की है, उससे सरकार और पार्टी की छवि धूमिल हो रही है। कारण बताओ नोटिस में भी विधायक के विधानसभा में नियम 58 के तहत कार्य स्थगन का प्रस्ताव लाए जाने पर एतराज जताया गया है।
यह है मामला
लोहाघाट विधायक पूरन सिंह फर्त्याल का आरोप है कि सामरिक महत्व की टनकपुर-जौलजीवी सड़क के टेंडर में करोड़ों का घोटाला हुआ है। वे इस मामले में ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग पर इस प्रकरण में कई इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। ठेकेदार का टेंडर भी निरस्त हो चुका है। सरकार के फैसले के खिलाफ ठेकेदार ने कोर्ट में गुहार लगाई। आर्बिट्रेटर ने ठेकेदार के पक्ष में फैसला दिया। सरकार को आदेश दिया कि वह ठेकेदार को करीब सात करोड़ रुपये भुगतान करे। सरकार ने चीन के साथ सीमा विवाद को देखते हुए सामरिक महत्व का तर्क दिया। कहा कि फैसले को अदालत में चुनौती देने से सड़क निर्माण का मामला लंबा खिंच जाएगा। इसलिए ठेकेदार को यह काम दे दिया गया और उसने भी सरकार से धनराशि नहीं ली। लेकिन विधायक इस पूरे मामले में गंभीर अनियमितता की शिकायत कर रहे हैं।