वीर भड़ माधोसिंह भण्डारी की गीत नाटिका ने जीवंत किया इतिहास

मंच पर जीवंत हुई माधो सिंह भंडारी शौर्य गाथा
नाटिका देखने 2400 से अधिक दर्शकों की जुटी रही भीड़

ऋषिकेश।
गुमानीवाला स्थित जयराम आश्रम प्रांगण में पर्वतीय नाट्य मंच मुंबई की ओर से नृत्य नाटिका का आयोजन किया गया। शुभारंभ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला, नगर पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ज्योति सजवाण ने संयुक्तरूप से दीप जलाकर किया। रंगीन लाइट और आकर्षक स्वर संगीत के साथ दर्शकों की तालियों के बीच गीत नाटिका का मंचन शुरू हुआ। हिमालय राज के स्वर में उत्तराखंड की संस्कृति और वीर भड़ माधो सिंह भंडारी का दर्शकों से परिचय कराया गया। वीर माधो सिंह भंडारी के काल खण्ड को जीवंत करते मंच को देख दर्शक इतिहास के पन्नों में डूबे नजर आए। 105a
लोक गायक प्रीतम भरतवाण और गायिका मीना राणा के स्वरों में प्रस्तुत गीतों ने नाटिका में अहम भूमिका निभाई। कालाकारों के बीच गढ़वाली संवाद ने नाटिका को रोचक मोड़ दिया। एक ओर जहां मधो सिंह भंडारी के अपने पुत्र की बली देने का मार्मिक दृश्य देख लोगों की आखें छलकी। तो वहीं माधो सिंह भंडारी और उनकी पत्नी उदीना की प्रेम गाथा ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। नाटिका में माधो सिंह भंडारी का अपने गांव के प्रति प्रेम और बलिदान के दृश्य दर्शकों के लिए हमेशा के लिए यादगार बन गए। मंच पर दिखाया गया कि किस तरह माधो सिंह भंडारी ने स्वयं के प्रयास से अपने गांव मलेथा की सूखी धरती को हमेशा के लिए पानी से तर कर दिया। 106
इस अवसर पर मैती स्वयंसेवी संस्था की अध्यक्ष कुसुम जोशी, महावीर उपाध्याय, सरोप सिंह पुंडीर, विपिन पंत, संजय उपाध्याय, प्रेम सिंह बिष्ट, रामरतन रतूड़ी, शूरवीर सिंह सजवाण, मोहन सिंह असवाल, बलवीर सिंह चौहान, बचन सिंह पोखरियाल, डॉ. राजे नेगी, जगमोहन भंडारी, गंगाराम आडवानी, कमला प्रसाद भट्ट, सत्यदेव कोटनाला, रामविलास रावत, उत्तम असवाल, लक्ष्मी सजवाण, दिगम्बर नौटियाल आदि उपस्थित थे।