हरक के दावे से भाजपा में फेरबदल की आहट

भाजपा कार्यसमिति में हरक सिंह रावत का बड़ा बयान
कहाकि चुनाव लड़ने से ज्यादा चुनाव लड़ाने का इच्छुक
संगठन को अपने अनुभव का फायदा दिलाने का खुले मंच से दिया बयान

ऋषिकेश।
एक व्यक्ति पद दो। विधानसभा चुनाव नजदीक। सामने हरीश रावत जैसा पहाड़। लगातार हरीश रावत से हर मोर्च पर विफल होती भाजपा। रहरहकर खबरें आती कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बदलेगा या फिर नेता प्रतिपक्ष। दोनों पद रानीखेत के विधायक अजय भट्ट के पास। अजय भट्ट को चुनाव भी लड़ना है। ऐसे में हरक सिंह का खुले मंच से कार्यकर्ताओं को संबोधन कि वह अपने अनुभव का फायदा संगठन को पूरे प्रदेश में देना चाहते है, तो राजनीतिक हलचलों में एक बार फिर भाजपा प्रदेश नेतृत्व में परिवर्तन के संकेत मिल रहे है।
मंगलवार को भाजपा कार्यसमिति में भाग लेने आये डॉ. हरक सिंह रावत ने कार्यकर्ताओं को खुले मंच से बोल दिया कि मुझे चुनाव लड़ने से ज्यादा चुनाव लड़वाने में मजा आता है। कहीं न कहीं भाजपा हाईकमान की नीतियों का खुलासा कर दिया। 105 बागी विधायकों के नेता विजय बहुगुणा और सुबोध उनियाल को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल करने के बाद हरक सिंह रावत को भी नई जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रहा है। लंबे समय से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बदलने के कयास लगाये जाते रहे है। ऐसे में पुराने संघी चेहरे व कांग्रेस से बागी होकर आये मुखर नेता के रुप में हरक सिंह रावत को अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। सूत्रों की मानें तो चुनाव के समय हरीश रावत को घेरने में हाईकमान हरक सिंह रावत को ही उपयुक्त मान रहा है। वैसे भी प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष दोनों पद कुमाऊ के पास है। सामंजस्य बिठाने के लिए गढ़वाल को तवज्जों दी जा सकती है।