विधानसभा स्थित कार्यालय में वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आगामी बजट सत्र को लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान बजट को संतुलित और हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए बनाने के लिए निर्देशित किया।
सोमवार को हुई बैठक में सचिव वित्त मीनाक्षी सुंदरम सहित अधिकारियों को मंत्री अग्रवाल ने निर्देश दिए कि बजट जनता के द्वारा, जनता को समर्पित हो। कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि राज्य के दुर्गम, अति दुर्गम क्षेत्रों में रह रहे लोगों को इसका लाभ मिले।
अग्रवाल ने कहा कि राज्य से खासकर पहाड़ी क्षेत्रों से लोग पलायन न करें, ऐसी योजना बजट में बनाये। इसके लिए विशेषतौर पर युवाओं के लिए रोजगार का प्रावधान बजट में शामिल करें। इससे राज्य की प्रतिभाओं को प्रदेश के भीतर ही काम मिल सके।
अग्रवाल ने कहा कि बजट में ऐसी भी योजना शामिल करें कि हमारे राज्य का धार्मिक स्वरूप भी बना रहे और पर्यटन को फोकस किया जा सके। उन्होंने कहा कि पर्यटन हमारे राज्य की आर्थिकी का मुख्य आधार है। इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
अग्रवाल ने निर्देशित करते हुए कहा कि राज्य में कृषि क्षेत्रों को बढ़ावा मिले, इसके लिए पारंपरिक खेती, बागवानी के लिए भी बजट में स्थान दिया जाए। कहा कि चुनाव से पूर्व भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में जो वायदे जनता से किये, उनको भी बजट में शामिल करें।
अग्रवाल ने बताया कि राज्य में निराश्रित और आवारा पशुओं का जमघट देखने को मिलता है, पहली बार बजट में ऐसे पशुओं की रोकथाम के लिए योजना तैयार की जा रही है। कहा कि इस बार का बजट आम जनता सहित स्टेट होल्डर्स की ओर से सुझाये गए सुझावों को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है।
बैठक में अपर सचिव वित्त रोहित मीणा, बजट अधिकारी मनमोहन मैनाली मौजूद रहे।
Jun62022