25 अक्टूबर की रात 38 वर्षीय प्रदीप पाल पुत्र चंद्रभान की पुराना रेलवे स्टेशन के पास सड़क के बीचों बीच बने ट्रांसफार्मर से टकराकर मौत हो गई। प्रदीप पाल ढालवाला से काम कर अपने बनखंडी स्थित घर लौट रहे थे। घटना उक्त तिथि को रात्रि करीब नौ बजे के आसपास की है।
26 अक्टूबर को भाजपा नेता व पूर्व जिला भाजपा कार्यकारिणी सदस्य सुभाष पाल (मृतक का बड़ा भाई) ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी और रेलवे के तीन अधिकारियों अवर अभियंता, सहायक अभियंता और अधीक्षक अभियंता पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने तीनों अधिकारियों के खिलाफ हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज करने की मांग की। वहीं इससे पूर्व दिनभर बनखंडी तथा स्थनीय लोगों ने मार्ग को बंद कर जाम लगाया और रेलवे प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पीड़ित के परिवार को उचित मुआवजा देने की भी मांग की।
दरअसल ऋषिकेश रेलवे स्टेशन (पुराना) में रेलवे द्वारा नई सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस दौरान निर्माण कार्य पूरा भी नहीं हुआ है लेकिन पुराने रास्ते (सड़क) को समय-समय पर बैरीगेटिंग लगाकर बंद कर दिया जाता है। इस मार्ग पर हजारों वाहन दिन-रात सफर करते है। रेलवे द्वारा निर्माण कार्य पूरा भी नहीं हुआ है लेकिन सारा ट्रेफिक नए रास्ते (सड़क) में डाल दिया गया है। यहां सुरक्षा के कोई मानक नहीं अपनाये जा रहे है। इस सड़क पर लाईट आदि की भी कोई व्यवस्था नहीं है। सड़क के बीचों बीच बहुत बड़ा ट्रांसफार्मर भी है। बिना हटाये इस मार्ग पर ट्रेफिक डायवर्ट करना स्थानीय लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। जबकि क्षेत्रीय लोगों ने रेलवे अधीक्षक को दुर्घटना की आंशका के चलते पूर्व में कई बार अवगत कराया है।