स्वामी राम के महासमाधि वार्षिक समारोह में बोले योगगुरु
महाराष्ट्र की डॉ. विभा गुप्ता को दिया गया स्वामी राम मानवता पुरस्कार
डोईवाला।
जौलीग्रांट में रविवार को एचआईएचटी के संस्थापक स्वामी राम की महासमाधि की 20वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम के दूसरे दिन पतंजलि योगपीठ के संस्थापक बाबा रामदेव ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने अपने संबोधन में योग पुरुष स्वामी राम और प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की। बाबा रामदेव ने कहा कि स्वामी राम ने प्रेम, सेवा और समर्पण की मूल भावना के उद्देश्य से हिमालयन इंस्टीट्यूट की स्थापना की। इसी भावना से संस्थान काम कर रहा है। आज भारतीय शिक्षा पद्धति को अपनाने जरूरत है। देश में ऐसे संस्थानों की खुलने चाहिए, जिससे हमारे छात्र विदेश न जाएं और विदेशी छात्र यहां पढ़ने आएं। कहा कि स्वामी राम योग पुरुष हैं। राजनीतिज्ञ पूर्व हो सकता है, लेकिन योगी कभी पूर्व नहीं होते। वह शरीर छोड़ते हैं, किन्तु उनके कार्य दुनिया में विराजमान रहते हैं। दुनिया सोती है और योगी जागता है। उधर, स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने ट्रस्ट के इतिहास पर प्रकाश डाला। महाराष्ट्र की मगन संग्राहलय समिति की अध्यक्ष डॉ. विभा गुप्ता को स्वामी राम मानवता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें गोल्ड मेडल, प्रशस्ति पत्र और पांच लाख रुपये दिए गए। संस्थान सहित प्रदेश भर के 500 मेधावी छात्र-छात्राओं को करीब सवा एक करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप दी गई। ट्रस्ट से जुड़े 23 कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान विक्रम सिंह, प्रो. शिव राम, डॉ. सुनील सैनी, डॉ. प्रकाश केशवया, डॉ. रेनू धस्माना, मेयर हरिद्वार मनोज गर्ग, नगर पालिका अध्यक्ष ऋषिकेश दीप शर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष कोटद्वार रश्मि राणा आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ज्योति द्विवेदी ने किया। वोट ऑफ थैंक्स डॉ. विजेंद्र चौहान ने प्रस्तुत किया।
स्वामी राम पर लिखी पुस्तक का विमोचन
स्वामी राम साधक ग्राम आश्रम के प्रमुख आध्यात्मिक निर्देशक स्वामी ऋतुवान भारती सहित अतिथियों ने कुलाधिपति डॉ. मोहन स्वामी द्वारा लिखित ‘जर्नी विद ए हिमालयन मास्टर स्वामी राम’ पुस्तक और वार्षिक कैलेंडर 2017 का विमोचन किया। दोपहर में आयोजित भंडारे में करीब लोगों ने शिरकत की।