परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने प्रदेशवासियों से आह्वान करते हुए कोविड कर्फ्यू का गंभीरता से पालन करने को कहा है। उन्होंने कहा कि यदि हम घर पर रहें तो हमको कोरोना का संक्रमण नहीं होगा। इससे हमारे सुरक्षित रहने की ज्यादा संभावना रहेगी।
कहा कि हमारा प्रदेश पहाड़ों से युक्त होने के कारण स्वास्थ्य संसाधन को हर स्थान तक पहुंचाना दुर्लभ है और ऐसे में वायरस के ट्रांसमिशन को कम करने के लिये कोविड कर्फ्यू का पालन गंभीरता से करना होगा। जनसमुदाय के पास मास्क ही पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट है अतः जब भी बाहर जायें उसे सही तरीके से लगाना जरूरी है। मास्क को बार-बार हाथ न लगाये, बार-बार अपने चेहरे और आंखों को न छुएं मास्क को स्वच्छ रखें तथा फिजिकल डिसटेंसिंग का पालन कर हम सभी सुरिक्षत रह सकते हैं।
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि कोरोना एक वैश्विक महामारी है और इससे सभी देशों के भविष्य को खतरा है इसलिये सभी को मिलकर एक दूसरे की मदद और मार्गदर्शन करना होगा। यह समय स्व अनुशासन का है, इस समय अपनी नैतिकता एवं अपनी जीवन शैली का प्रबंधन करें। अपने आप को तनाव मुक्त रखने के लिये प्राणायाम, योग, ध्यान के साथ प्रार्थना करें और मंत्रों का पाठ करते रहें, इसके लिये आपको इस समय किसी मंदिर में जाने की जरूरत नहीं बल्कि घर पर रहकर ही साधना करें और अपने दैनिक कार्यो को निपटायें।