कोतवाली ऋषिकेश में एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला और उत्तराखंड जनएकता पार्टी नेता कनक धनई पर मुकदमा दर्ज किया गया है, पुलिस ने दोनों नेताओं पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। दोनों नेताओं पर आरोप है कि इन्होंने अपने प्रचार के लिए ऊर्जा निगम के विद्युत पोल का उपयोग किया है। वहीं, रायवाला पुलिस भी मामले में मुकदमा दर्ज करने के मूड में है।
बता दें कि ऊर्जा निगम के एसडीओ प्रवीण कुमार सिंह ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी थी। बताया था कि रायवाला और ऋषिकेश क्षेत्र में जयेंद्र रमोला और कनक धनई ने मुखर्जी मार्ग, क्षेत्र रोड, आवास विकास, एम्स रोड, सुमन विहार, बापूग्राम, सर्वहारानगर, काले की ढाल, आईडीपीएल, वीरभद्र, श्यामपुर तक सड़क के किनारे लगे विद्युत पोलों पर विद्युत सुरक्षा अधिनियम का उल्लंघन किया है। उन्होंने इन पर पेंट से अपना नाम और पार्टी का नाम लिख दिया है। ऐसे में विद्युत लाइन के अनुरक्षण कार्य के चलते विद्युत पोल में चढ़ने पर लाइनमैन को असुविधा होती है। दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। पेंट से पोल के जीपीएस में पिन कोडिंग भी कई जगह से मिट चुके है।
उधर, श्यामपुर ग्रामीण क्षेत्र के एसडीओ राजीव कुमार ने भी रायवाला थाने में इसी तरह की शिकायत की थी।
मामले में आज कोतवाल शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि जयेंद्र रमोला और कनक धनई पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, जबकि रायवाला थाना प्रभारी अमरजीत सिंह रावत ने बताया कि अभी जांच कर रही है, जांच सही पाए जाने पर मुदकमा दर्ज किया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष के इशारों में यह कृत्य किया गया है, यदि विद्युत पोलों में मेरा नाम लिखा जाना जुर्म है, तो मुख्यमंत्री से लेकर विधानसभा अध्यक्ष के कट आउट लगना भी जुर्म है, उन पर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। मेरे द्वारा विस अध्यक्ष के कई झूठे वादों की परत खोली गई है, इसलिए राजनीतिक रंजिश निकाली जा रही है। कार्रवाई निष्पक्ष की जानी चाहिए। सत्ताधारी पक्ष के लोगों पर भी कार्रवाई की जाए।
– जयेंद्र रमोला, एआईसीसी सदस्य
राजनीतिक रंजिश के चलते मुकदमा दर्ज किया गया है, सरकारी कर्मचारियों पर दबाव बनाकर तहरीर दिलवाई गई है, इसके बाद मुकदमा दर्ज किया है। अन्य कंपनियों के प्रचार भी विद्युत पोलों पर लिखे जाते है, उन पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता है। विधानसभा अध्यक्ष के इशारों पर काम किया गया है।
– कनक धनई, उत्तराखंड जनएकता पार्टी