मोको कहां ढूंढे़ रे बंदे
मैं तो तेरे पास में
न मैं मंदिर
न मैं मस्जिद
न काबे कैलाश में…
श्री सांई गंगा सेवा समिति ने इस कविता को सार्थक किया है। जी हां, श्री सांई गंगा सेवा समिति ने ऐसे मृतकों जिनकी पहचान कहीं खो गई है और उनके दाह संस्कार के लिए निशुल्क लकड़ियां देने का न सिर्फ मन बनाया, बल्कि एक गाड़ी लकड़ियां चंद्रेश्वर नगर स्थित मुक्तिधाम को देकर आगे भी हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
समिति के अध्यक्ष प्रकांत कुमार ने बताया कि मुक्तिधाम में प्रतिदिन ऐसे लावारिश मृतकों और असहाय मृतकों के शव पहुंच रहे है। ऐसे में उनके दाह संस्कार के लिए लकड़ियों की समस्या न हो। इसके लिए श्री सांई गंगा सेवा समिति ने बीड़ा उठाया है। समिति आगे मुक्तिधाम को पांच हजार गोबर के उपले और एक गाड़ी ओर लकड़ियां देंगी।
इसके अलावा समिति की ओर से प्रतिदिन कोरोना संक्रमित हो चुके लोगों के लिए भोजन, जरूरतमंदों के लिए राशन की व्यवस्था, आक्सीजन की कमी को झेल रहे मरीजों को भी अपनी सेवा कर रहे है।
इस मौके पर समिति के सदस्य आनंद शर्मा, अनुज कुमार, आनंद शर्मा, राहुल शर्मा, हरिओम तलरेजा, दीपक, मनोज प्रजापति, सागर शर्मा आदि मौजूद रहे।