लक्ष्मणझूला स्थित संत सेवा आश्रम के 65 वर्षीय महंत गोविंद दास महाराज की मौत हो गई। उन्हें जल समाधि दी गईं। वहीं, सूचना से क्षेत्र के संतों में शोक की लहर दौड़ गई।
दरअसल, महंत गोविंद दास महाराज को कुछ दिनों पूर्व बुखार के साथ सांस लेने में समस्या पैदा हुई थी। उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया। यहां पर उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। यहां के बाद उन्हें हिमालयन अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां स्वास्थ्य में सुधार होने पर वे स्वयं आश्रम में आइसोलेट हो गए। आज सुबह उन्हें अंतिम सांस ली। वहीं, उनके आकस्मिक निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
बता दें कि महंत गोविंद दास स्पष्ट वादी और अपनी बात को बेबाकी के साथ रखने के लिए जाने जाते रहे है। अपने आश्रम में निर्धन और जरूरतमंदों की सेवा में वह सदैव तत्पर रहा करते थे।
यहीं नहीं, प्रदेश में जब भी कोई आपदा आई हो या कोरोना संक्रमण काल रहा हो सभी मौकों पर महंत गोविंद दास ने हमेशा मदद की है। वहीं, आज विरक्त वैष्णव मंडल से जुड़े तमाम संतो ने उनके ब्रह्मलीन होने पर दुख व्यक्त किया। रामानंद संप्रदाय से जुड़ा होने के कारण ने लक्ष्मण झूला गंगा तट पर अग्नि समाधि दी गई। इस मौके पर महंत सुरेश दास, महंत सीताराम दास, महंत निर्मल दास, पुजारी वृंदावन दास, डॉ. नारायण दास आदि उपस्थित रहे।