आईडीपीएल में स्थित संत रविदास मंदिर में शिरोमणि गुरु रविदास जयंती महोत्सव मनाया गया और मुख्य अतिथि के रूप में जयेन्द्र रमोला ने कार्यक्रम में शिरकत कर संत शिरोमणी रविदास की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया साथ ही उनके दिखाए मार्ग पर आगे चलने का संकल्प लिया। इस अवसर पर सभी ने संत रविदास जी के जीवन संघर्ष को याद किया और अपने अपने विचार रखें।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जयेन्द्र रमोला ने संत रविदास के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके आदर्श व सिद्धांत मानव जाति के लिए अनुकरणीय है उन्होंने कहा कि संत ने आध्यात्मिक वचनों से संसार को भाईचारे एकता व सौहार्द का संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि गुरु रविदास को रोहिदास और रुहीदास के नाम से भी जाना जाते है। गुरु रविदास भक्ति आंदोलन के एक प्रसिद्ध संत है उनके भक्ति गीतों और छंदों ने भक्ति आंदोलन पर स्थाई प्रभाव डाला है उन्होंने कहा कि गुरु रविदास संत के साथ-साथ एक महान समाज सुधारक भी थे जिन्होंने समाज से अनेक बुराइयों को समाप्त करने के लिए विशेष कदम उठाए थे रविदास ने हमेशा भाईचारे और सहिष्णणुता की सीख दी उनके बताए रास्ते पर हमें चलना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुऐ महेन्द्र सिंह ने कहा कि संत रविदास ने सभी जाति धर्म के लोगों के हित में कार्य किए और समाज को एक नई दिशा और दशा प्रदान करने का काम किया संत रविदास जी ने कहा था कि मन चंगा तो कठौती में गंगा।
कार्यक्रम में पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा, मुकेश चौधरी, ओम सिंह चंचल, प्रदीप कुमार, गोविंद सिंह रावत, गुरिन्दर सिंह, प्रदीप चन्द्रा, जय प्रकाश जाटव आदि बड़ी संख्या में मौजूद थे।