अंतरराष्ट्रीय संत आनंदमूर्ति गुरु मां ऋषिकेश भरत मिलाप आश्रम में पहुंचने पर महामंडलेश्वर स्वामी राम कृपालु दास महाराज एवं शंकराचार्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष पंडित रवि शास्त्री द्वारा आनंदमूर्ति गुरु मां का ऋषि कुमारों द्वारा पुष्प वर्षा वेद मंत्रों के भव्य स्वागत किया।
आनंदमूर्ति गुरु मां ने कहा कि कोविड-19 की महा त्रासदी उसके बाद उत्तराखंड में हिम प्रलय रैणी गांवऔर तपोवन में आई भीषण आपदा के चलते शीर्ष पर नंदा देवी की तलहटी में ग्लेशियर फटने से आए मलबे के कारण रैणी तथा तपोवन में भारी तबाही हुई। रेणुका ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट दबा हुआ तपोवन विष्णुगढ़ जल विद्युत परियोजना के बैराज साइड ग्लेशियर के जलजले ने मलबे में तब्दील कर दिया था। रैणी से लेकर तपोवन तक तबाही का मंजर इस तरह विकराल रूप में आया कि सैकड़ों जिंदगियां टनल के भीतर और बाहर मलवे में समा गई। कहा कि यह घड़ी दुखद घड़ी है और इस आपदा के समय पूरा भारत पूरा विश्व एक साथ खड़ा है इस मुश्किल की घड़ी में वीर जवानों का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने रात दिन एक कर चुनौती पुण्य कार्य कर रहे हैं और टनल में जाकर उन फंसे लोगों को निकाल रहे हैं आपदा में जल मग्न हुए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।
सभी ने दिवंगत आत्माओं की आत्मा शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा सभी ने आनंदमूर्ति गुरु मां के साथ शांति पाठ भी किया।
इस अवसर पर भरत मिलाप आश्रम के संस्थापक महामंडलेश्वर राम कृपालु दास महाराज, शंकराचार्य परिषद उत्तराखंड के अध्यक्ष पंडित रवि शास्त्री, अभिषेक शर्मा, स्वामी ऊमेशानन्द महाराज, ज्योतिरमयनन्द सरस्वती, स्वामी शांताराम दास आदि उपस्थित रहे।