ऋषिकेश। शहर के व्यस्ततम दून मार्ग पर ज्वेलर्स से सरेआम लूट की वारदात के बावजूद ऋषिकेश पुलिस नींद से नहीं जागी। लूट की वारदात के बाद शहर के नाकों पर कहीं भी पुलिस कर्मचारी नजर नहीं आए।
नटराज चौक
समय-दोपहर 01:11 बजे
नटराज चौक शहर का मुख्य चौराहा है। यहां शहर से बाहर जाने वाले तीन रास्ते मिलते हैं। लेकिन, बुधवार को यहां पिकेट पर पुलिस कहीं नजर नहीं आई। ऐसे में सुरक्षा में चूक पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रही है।
दून मार्ग का जंगलात बैरियर
समय : दोपहर 01:15 बजे
शहर में वारदात के बाद बदमाशों के जंगलात बैरियर से देहरादून की ओर भागने के कई मामले सामने आए, लेकिन यहां पुलिस कभी भी मुस्तैद नहीं दिखी। बुधवार को यहां न तो वाहनों की चेकिंग की गई और न ही सुरक्षा के कोई ठोस इंतजाम नजर आए।
बैराज तिराहा
समय-दोपहर 01:43 बजे
बैराज तिराहे से बदमाश आसानी से बैराज पुल पार कर सकते हैं और पौड़ी जिले में प्रवेश कर गौहरी रेंज के घने जगलों में छिप भी सकते हैं। या फिर वाया चीला होकर यूपी की तरफ भाग सकते हैं। लेकिन, बुधवार को यहां सुरक्षा व्यवस्था नहीं दिखी। एम्स गेट पर तैनात एक सुरक्षा कर्मी ने पूछने पर बताया कि 11 बजे कुछ पुलिस कर्मचारी चेकिंग के लिए आए थे, लेकिन कुछ देर बाद ही निकल पड़े।
श्यामपुर पुलिस चौकी
समय-दोपहर 01:55 बजे
बुधवार को श्यामपुर पुलिस ही कुछ हद तक मुस्तैद दिखी। श्यामपुर चौकी शहर का आखिरी नाका है। श्यामपुर रिपोर्टिंग पुलिस चौकी इंचार्ज आशीष गुसाईं के निर्देश पर दारोगा राजेंद्र सिंह रावत ने गाड़ियों की चेकिंग की। हालांकि, बाईपास वाले रास्ते पर चेकिंग नहीं की गई।
ढालवाला-चंद्रभागा पुल
समय-दोपहर 02:15 बजे
शहर में किसी भी वारदात को अंजाम देकर बदमाश बड़ी चालाकी से नटराज चौक होकर चंद्रभागा पुल से टिहरी की ओर फरार हो सकते हैं। लेकिन, शहर में लूट की वारदात के बावजूद यहां पर भी पुलिस ने चेकिंग अभियान नहीं चलाया।
सुरक्षा व्यवस्था में चूक बर्दाश्त नहीं
शहर में लूट की वारदात के बाद भी पुलिस अलर्ट नहीं होती है तो यह बड़ी खामी है। सुरक्षा व्यवस्था में चूक बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मामले में कोतवाल से जल्द ही जवाब तलब किया जाएगा।
-डॉ. सदानंद दाते, एसएसपी