वित्त व संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आईडीपीएल इंटर कॉलेज में उत्तराखंड भाषा मंच की ओर से आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कहा कि संस्कृति और संस्कृत भाषा के विकास के लिए क्षेत्रीय भाषाओं का विकास होना बहुत जरूरी है। एक दिशा में उत्तराखंड भाषा मंच महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कहा कि लोक भाषाओं के संरक्षण के लिए हम इसकी शुरुआत अपने घर से करनी होगी।
कहा कि संस्कृत भाषा को वह माँ के रूप में मानते है। यही कारण है कि चाहे विधायक के रूप में हो या मंत्री के रूप में शपथ लेनी हो। संस्कृत भाषा में उनके द्वारा ली गयी। यही नहीं उत्तराखंड विधानसभा में सर्वप्रथम कार्यालयों में नाम पट्टिका संस्कृत भाषा में लिखवाने का काम भी उन्हीं के द्वारा किया गया।
उन्होंने विद्यालय के पुरातन छात्रों को सम्मानित होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा आज पुरातन छात्र जिस मुकाम पर हैं, वह इस विद्यालय और उनके अध्यापकों की मेहनत के बूते पर हैं। कहा कि विद्यालय में बौद्धिक शारीरिक संस्कारित शिक्षा दी जाती है। इसी का परिणाम है कि आज पुरातन छात्रों को सम्मानित किया जा रहा है।
इस मौके पर अग्रवाल जी ने पुरातन छात्रों को सम्मानित किया तथा भाषा मंच की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने पर लोगों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर विद्यालय परिसर में नक्षत्र वाटिका और पंचवटी वाटिका का पौधा रोपकर लोकार्पण किया गया।
इस मौके पर आईडीपीएल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राजीव लोचन, प्रांत सरक्षक भाषा मंच जुगल किशोर, राजीव थपलियाल, भुवन चंद फुलारा, ललित जिंदल, डॉ रतन लाल कौशिक, अनूप जिंदल, पर्यावरण विद एसएन मिश्रा, मंडल अध्यक्ष अरविंद चौधरी, कपिल गुप्ता, पार्षद वीरेंद्र रमोला, विपिन पंत, सुंदरी कंडवाल, लक्ष्मी रावत, डॉ हरिओम प्रसाद, कुसुम जोशी, डीपी रतूड़ी, प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, पूर्व प्रधानाचार्य डीबीपीएस रावत आदि अध्यापक, अध्यापिकाए, स्कूली बच्चें, अभिभावक, पुरातन छात्र उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन अध्यापक चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने किया।