योग की अंर्तराष्ट्रीय राजधानी के रूप में विख्यात तीर्थनगरी ऋषिकेश में ही योग की उपेक्षा किए जाने की जानकारी संज्ञान मे आई है। ऋषिकेश महाविद्यालय यानि श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी में योग को लेकर चिराग तले अंधेरा की कहावत चरितार्थ होते हुए नजर आ रही है। उत्तराखंड में सर्वप्रथम ऋषिकेश के पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सर्वप्रथम योग पाठ्यक्रम की शुरुआत हुई थी। लेकिन आज हालात यह है कि महज 2 योग कोर्स तक ही गढ़वाल का यह प्रतिष्ठित महाविद्यालय सिमटकर रह गया है। इस संदर्भ में आम आदमी पार्टी ने आवाज उठाई है।
आप के ऋषिकेश विधानसभा प्रभारी राजे सिंह नेगी ने नेपालिफार्म पार्टी कार्यालय से जारी बयान में बताया कि ऋषिकेश महाविद्यालय प्रदेश सरकार की योग के प्रति उदासीनता का शिकार हो रखा है। जबकि ऋषिकेश महाविद्यालय में ही योग पाठ्यक्रम की शुरुआत की गई थी। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश महाविद्यालय में पीजी डिप्लोमा इन योग तथा एम ए योग का कोर्स ही संचालित हो रहा है वो भी स्ववित्तपोषित रूप में। आपके नेता नेगी के अनुसार एक ओर जहां दिल्ली में केजरीवाल सरकार फ्री योग की क्लासेज जगह जगह शुरू कराकर योग को बढ़ावा देने के साथ-साथ योग प्रशिक्षुओं को रोजगार के साधन मुहैया करा रही है वहीं दूसरी ओर योग नगरी ऋषिकेश ही देश की प्राचीनतम विधा योग उपेक्षा का दंश झेल रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो योग के उत्थान के लिए दिल्ली सरकार के मॉडल को उत्तराखंड में लागू कराया जाएगा। इस मौके पर दिनेश असवाल, चंद्रमोहन भट्ट, दिनेश कुलियाल, सुनील सेमवाल, विक्रांत भारद्वाज, राहुल थापा, अभिषेक थापा, नीरज कश्यप, कमलेश जखमोला, समीर, प्रभात झा, नरेन सिंह उपस्थित रहे।
Dec172021