पुष्कर सिंह धामी सरकार की कैबिनेट में शामिल होने से चूक गए भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की नजर अब विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर टिक गई है। पार्टी के भीतर इस पद के लिए लॉबिंग की चर्चा भी शुरू हो गई है। दरअसल बुधवार को परेड ग्राउंड में हुए धामी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे तीन नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है। जबकि हरिद्वार के विधायक और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी कैबिनेट में जगह पाने में असफल रहे हैं। इसी तरह कोटद्वार में विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जीत दर्ज करने वाली विधायक ऋतु खंडूरी को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं थी लेकिन उनका नाम भी कैबिनेट में नहीं आ पाया है।
ऐसे में अब पूर्व मंत्री बंशीधर भगत, बिशन सिंह चुफाल, अरविंद पांडे के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष ऋतु खंडूरी को विधानसभा अध्यक्ष की दौड़ में बताया जा रहा है। भाजपा सूत्रों ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष के लिए अभी तक पार्टी की ओर से कोई भी नाम तय नहीं है। हालांकि एक दो दिन में इस पर तस्वीर साफ होने की उम्मीद है।
विस उपाध्यक्ष के लिए भी कई नाम
मंत्रिमंडल में जगह न पा सकने वाले नेताओं की नजर विधानसभा अध्यक्ष के साथ ही विस उपाध्यक्ष की कुर्सी पर भी है। पार्टी के कई विधायक चौथी, तीसरी और दूसरी बार जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। ऐसे में इन विधायकों को विधानसभा उपाध्यक्ष की कुर्सी मिलने की उम्मीद है। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, राजपुर रोड विधायक खजानदास आदि के नाम चर्चा में हैं।
विस अध्यक्ष का चुनाव जल्द
विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की प्रक्रिया अगले एक दो दिनों में होने की उम्मीद है। राजभवन की ओर से इस संदर्भ में नोटिफिकेश जारी होगा जिसके बाद विधानसभा सचिवालय की ओर से नामांकन और चुनाव की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। विधानसभा का बजट सत्र मार्च आखिर में होना है ऐसे में जल्द ही विस अध्यक्ष के लिए चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। जल्द ही भाजपा की ओर से भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए नाम तय कर दिए जाएंगे।