लोकसभा में शून्यकाल के दौरान उत्तराखंड के गांवों से पलायन संबंधी मुद्दा गूंजा। नैनीताल सीट से सांसद अजय भट्ट ने इस विषय को उठाया। इसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार से विशेष आर्थिक पैकेज देने की मांग भी रखी।
सांसद अजय भट्ट ने कहा कि राज्य के 16793 गांवों में से लगभग 1582 गांवों के लोग पूरी तरह से पलायन कर चुके हैं। उत्तराखंड सीमांत प्रदेश होने के साथ-साथ भौगोलिक और सामरिक दृष्टि से भी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से जुड़ा हुआ है। चीन तथा नेपाल से अक्सर भारत विरोधी गतिविधियां हो रही हैं। ऐसे में इन गांवों का पूरी तरह से वीरान हो जाना चिंतनीय है। कहा कि केंद्र सरकार को इन गांवों को फिर से बसाने के लिए उत्तराखंड प्रदेश को एक विशेष आर्थिक पैकेज दिया जाना चाहिए, इससे पलायन कर चुके इन गांवों के लोगों को वापस उनके गांव में आने के लिए प्रेरित किया जा सके। उनको बुनियादी सुविधाओं में स्वास्थ्य, शिक्षा तथा रोजगार के साधन उन्हीं के गांवों में उपलब्ध कराए जा सकें। इससे रिवर्स पलायन भी रूकेगा और सीमांत क्षेत्रों में देश विरोधी गतिविधियों को रोकने में मदद होगी।