कोविड अवधि में बाजार बंदी के बाद से ही एम्स के तीमारदारों के लिए भोजन उपलब्ध कराए जाने का बीड़ा उठाने वाले फूड मोर्चा ने आज अपने सफर का एक माह पूर्ण कर लिया। इस अवधि में कोविड की भारी लहर के बीच फूड मोर्चा के सदस्यों ने प्रत्येक मरीज के तीमारदारों को एम्स में भोजन देने का कार्य किया। इसके अलावा बस अड्डा परिसर में धूप में भूख से व्याकुल यात्री हो और अब इस कड़ी में उन्होंने डीआरडीओ द्वारा तैयार आईडीपीएल में कोविड सेंटर में भी अपनी सेवाएं शुरू की। इस संपूर्ण अवधि में फूड मोर्चा के सदस्यों का न कभी हौसला डगमगाया और न कभी संसाधनों की कमी। फूड मोर्चा के इस अदम्य साहस और निस्वार्थ सेवा की तीर्थनगरी के हर नागरिक प्रशंसा कर रहा है।
फूड मोर्चा के सदस्य व सामाजिक कार्यकर्ता रवि जैन बताते हैं कि इस सेवा की शुरुआत कोविड कर्फ्यू के चलते नगर के समाजसेवियों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप तैयार कर की गई। इसके बलए एम्स प्रशासन से बातचीत हुई और सिलसिला आरंभ हुआ। बताया कि आज एक महीना पूर्ण होने के बाद भी यह सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। बताया कि प्रतिदिन लगभग 300 तीमारदारों को दिन का सुपाच्य और गर्म, स्वादिष्ट भोजन फूडमोर्चा की टीम के द्वारा मुहैया कराया जाता है।
आपको बता दें कि इस टीम में नगर ऋषिकेश के बहुत से ऐसे जागरूक नागरिक, जो कि दूसरे शहरों में या विदेशों में रहकर अपनी अपनी आजीविका कमा रहे हैं लेकिन उनकी जड़ें आज भी तीर्थ नगरी से जुड़ी है, उन सब ने भी अपना भरपूर सहयोग दिया है। स्थानीय स्तर पर पूर्व पार्षद एवं समाजसेवी रवि कुमार जैन, उनके अनुज व युवा व्यवसाई विनीत कुमार जैन, अमर गुप्ता, प्रवेश कुमार, अंकुर भारत कुकरेजा, प्रदीप सिंह जस्सल आदि ने फूड मोर्चा की कमान संभाली है। एम्स प्रशासन ने फूड मोर्चा की इस मुहिम को मानवता के लिए एक मिसाल बताया है और इस संगठन की भूरी भूरी प्रशंसा की है।
परिस्थिति जैसी भी हो, जारी रहेगा कार्य
फूड मोर्चा की टीम का कहना है कि इस संकट काल में जरूरतमंदों को भोजन कराकर जो आत्म संतुष्टि मिलती है वह लाखो पुण्य के बराबर है एवं जब तक हमारी जेब एवं परिस्थितियां इस कार्य को करने के लिए अनुकूल रहेंगे हम इस कार्य को लगातार जारी रखेंगे।