अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि कोरोना में लॉक डाउन को लेकर पिछले वर्ष व इस वर्ष भी जरूरतमंद लोगो के लिये सरकार द्वारा राशन ऋषिकेश तहसील में स्टोर करवाया गया था। कहा कि ऋषिकेश तहसील के स्टोर में राशन जरूरतमंदों को ना देकर वहीं रखा गया जोकि सड़ गया है। ऐसे में कहीं ना कहीं प्रशासन की असंवेदनशीलता व लापरवाही नजर आती है। जिसका हम विरोध करते हैं और इस प्रकरण की जाँच जिला स्तर पर उच्चाधिकारियों से कराये जाने की माँग करते हैं। क्योंकि यह तहसील ऋषिकेश का ही मामला है इसलिये इस प्रकरण की जाँच तहसील स्तर से ना करवाकर जिला स्तर से करवाई जानी चाहिये।
पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण ने कहा है ये कहीं ना कहीं बड़ी लापरवाही है हो सकता है हमें यकीन है इसमें किहीं ना कहीं सत्ता पक्ष के लोगों की मिलीभगत है। इसलिये उच्च अधिकारी से जाँच करवाना न्यायोचित होगा ताकि दोषियों का पर्दाफाश हो और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
उपजिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि वह स्वयं इसकी उच्चस्तरीय जाँच के लिये आगे कार्यवाही को लिखेंगें। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा, पार्षद राकेश सिंह, पार्षद जगत सिंह नेगी, एडवोकेट पुष्कर बंगवाल, पूर्व प्रधान वेद प्रकाश शर्मा, पूर्व प्रधान जयेन्द्र पाल सिंह रावत, राजकुमार तलवार, पूर्व जिला पंचायत सदस्य विजय सिंह राणा, सेवादल नगर अध्यक्ष रामकुमार भतालिये, एडवोकेट अभिनव मलिक, विक्रम भण्डारी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सुमित त्यागी, पुरंजय राजभर, गौरव यादव, इमरान सैफी, अमित कश्यप, विजेन्द्र सिंह, प्यारेलाल जुगरान आदि उपस्थित थे।