निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया को सुगम बनाने में जुटा है। बुजुर्ग वोटरों के घर जाकर मतदान की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। प्रदेश में अब तक 65 हजार से अधिक बुजुर्ग मतदाताओं में से 10 हजार से ज्यादा आवेदन निर्वाचन आयोग को मिले हैं।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में प्रेस ब्रीफिंग में यह जानकारी दी। बताया कि 85$ आयु के मतदाताओं के लिए घर पर जाकर मतदान की व्यवस्था सुनिश्चत की जा रही हैं। बताया कि राज्य में 85$ आयु के 65 हजार 160 मतदाता हैं। जिनमें से 10 हजार 390 आवेदन प्राप्त हुए हैं। राज्य में 80 हजार 330 दिव्यांग (पीडब्ल्यूडी) मतदाता हैं, उनमें से 5 हजार 576 मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट से वोटिंग के लिए आवेदन किया है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य में 11,729 मतदेय स्थलों में मतदाओं के लिए न्यूनतम सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। 97 से 98 प्रतिशत मतदेय स्थलों पर रैम्प, पेयजल, फर्नीचर, शेड की व्यवस्था उपलब्ध हैं। कुछ मतदेय स्थलों पर न्यूनतम सुविधाओं के अंतर्गत रैम्प, पेयजल, फर्नीचर, शेड आदि की वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगी।
उन्होंने बताया कि दिव्यांग श्रेणी के चिह्नित मतदाताओं और 85$ वर्ष के मतदाओं के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सक्षम एप की व्यवस्था की गई है। बताया कि निर्वाचन में शामिल सभी कार्मिकों के लिए निर्वाचन ड्यूटी के दौरान आवश्यकता पड़ने पर निःशुल्क और कैशलेस चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। इसमें सरकारी और सूचीबद्ध अस्पतालों को शामिल किया जाएगा।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सी-विजिल ऐप के माध्यम से अभी तक राज्य में 9 हजार 318 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। 8930 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। 369 शिकायतें सही न पाये जाने पर ड्रॉप की गई हैं। 19 शिकायतों पर कार्यवाही गतिमान है।