मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को वीरचन्द्र गढ़वाली मेडिकल कालेज श्रीनगर के परिसर में आयोजित भव्य समारोह में विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत लगभग 50 करोड़ रूपये की योजनाओं का लोकार्पण एवं सिंचाई विभाग की लगभग 21 करोड़ की 12 योजनाओं का शिलान्यास किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने रांसी स्टेडियम को महावीर चक्र विजेता जसवन्त सिंह रावत के नाम से रखे जाने की घोषणा की।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय आयुर्विज्ञान शोध संस्थान श्रीनगर में 104 बैडेड गल्र्स इन्र्टन हाॅस्टल श्रीकोट श्रीनगर गढ़वाल, वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय आयुर्विज्ञान शोध संस्थान श्रीनगर गढ़वाल के मढ़ी कालोनी चैरास परिसर में 100 बैडेड नर्सेज हाॅस्टल, वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय आयुर्विज्ञान शोध संस्थान में मल्टी डिसिप्लीनरी रिसर्च यूनिट (एम.आर.यू), वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय आयुर्विज्ञान शोध संस्थान के हे.न.ब. राजकीय बेस चिकित्सालय, श्रीनगर गढ़वाल में प्रधानमंत्री जन औषधी केन्द्र राजकीय नर्सिंग कालेज पौड़ी के नवनिर्मित प्रशासनिक भवन व महिला छात्रावास के भवनों एवं राजकीय नर्सिंग कालेज चमोली का लोकार्पण किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मरोड़ भू कटाव रोधी कार्य लागत 165.69 लाख, नयार नदी के दोनो तटों पर बसे ग्राम सेरा तल्ला एवं पटिंडा की सुरक्षा योजना लागत 208.44 लाख, ग्राम डांगू मल्ला में खटल गड़ नदी के दोनों तटों पर बाढ़ सुरक्षा कार्य लागत 203.75 लाख, किखु में बडोली गदेरा एवं थवलागाड़ पर सुरक्षा योजना लागत 136.47 लाख, संगलाकोटी में बाढ़ सुरक्षा कार्य लागत 110.36 लाख, पाबौ विकासखण्ड के अन्तर्गत 09 पर्वतीय नहरों की पुनरूद्धार की योजना लागत 141.49 लाख, कल्जीखाल विकासखण्ड के अन्तर्गत 6 पर्वतीय नहरों की पुनरूद्धार की योजना लागत 166.03 लाख, ग्राम रतकोट बांगर मे लिफ्ट सिंचाई योजना के निर्माण लागत 180.46 लाख, ग्राम चमासूधार में लिफ्ट सिंचाई योजना के निर्माण लागत 207.31 लाख, ग्राम सिराई तथा कण्डा तल्ला में लिफ्ट सिंचाई योजना निर्माण लागत 176.73 लाख तथा ग्राम जिबई तथा सुकई में लिफ्ट सिंचाई योजना के निर्माण की योजना लागत 296.82 लाख आदि योजनाओं का शिलान्यास किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई विभाग की जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया है, उन्हें समयान्तर्गत पूरा किया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कोई भी एक काम पूर्ण करने के बाद ही दूसरे काम को आरम्भ करें, जिससे समय से कार्य पूर्ण होने पर योजनाओं का सही लाभ मिल सके। राज्य सरकार ने जिन योजनाओं का शिलान्यास किया, उन्हें समय से पूर्ण किया है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेजों में 22 महीनों में 25 तरह के विकास कार्य सम्पन्न हुए है। उन्होंने मेडिकल काॅलेज के समस्त स्टाफ के कार्य को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आपसी समन्वय से गुणात्मक सुधार होंगे, जिससे शैक्षिक संस्थानों का शैक्षिक वातावरण अच्छा होगा। स्वास्थ्य के क्षेत्र में पौड़ी जिला अस्पताल एवं टिहरी जिला अस्पताल में विकासपरक योजना लाई जा रही है, जिनका टेण्डर हो चुका है। इन चिकित्सालयों में 11-11 विशेषज्ञ डाॅक्टर एवं 10-10 अन्य चिकित्सक होंगे। इसके आलावा कलस्टर में दो चिकित्सालय पाबौ एवं घण्डयाल को जोड़ा गया, जिसमें 4-4 डाॅक्टर और 3-3 मोबाइल वैन यहां पर होंगी, ताकि दूरस्थ गांवों में भी अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि विधान सभा क्षेत्र श्रीनगर के अन्तर्गत 51 इण्टर कालेज में ई-लर्निंग की सुविधा एवं 12 हजार छात्रों को टाटमुक्त कर फर्नीचर दिये जाने पर को बधाई दी। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच को साकार करते हुए डाॅ. रावत ने 100 ग्राम सभाओं में सार्वजनिक पुस्तकालय बनाने की जो पहल की है, वह सराहनीय है। जबकि शराब के खिलाफ अभियान चलाने वाली टिंचरी माई, आर्टिस्ट मोलाराम, विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणीय कार्य करने वाले शिक्षा मंत्री स्व. भगत दर्शन नेगी आदि के स्मारक बनाने पर भी डा. रावत की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कहा कि रिवर फ्रंट रोड़ डेवलप का प्रस्ताव भारत सरकार ने स्वीकार कर दिया है, और 50 लाख डीपीआर के लिए मंजूरी दी है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य को पर्यटक प्रदेश के रूप में विकसित करने के लिए अग्रसर है। इसके लिए खर्चीले पर्यटकों की राज्य में चहलकदमी हेतु विभिन्न योजनाओं के तहत सुगम सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अच्छी सड़के, अच्छे होटल एवं अच्छे सर्विस सेंटर बनाये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिन दूरस्थ क्षेत्रों में हमने डाॅक्टरों को भेजा है, वे वहां पर रहकर अपने कत्तव्यों का पालन करें। उपचार डाॅक्टरों द्वारा ही किया जाना है। राज्य सरकार भौगोलिक चुनौतियों को स्वीकार करते हुए सुविधाये उपलब्ध करायेगी। उन्होंने कहा कि जनता को किये गये वादे के अनुरूप एक हजार के स्थान पर 1134 डाॅक्टरों की नियुक्ति कर पहाड़ों में तैनाती की है। उन्होंने कहा कि टिहरी की जिलाधिकारी ने हैलो डाॅक्टर करके एक टेली मेडिसन की योजना शुरू की, जिसके तहत गांव के छोटे-छोटे हाॅस्पिटलो को जिला अस्पताल से जोड़ा और इसमें 46 लाख का साल का खर्चा आया है। इससे रोगियों को जिला अस्पताल नहीं आना पड़ता है और उनका वहीं पर इलाज हो जाता है।
उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल में पूरे प्रदेश एवं देश को भरोसा दिलाया है कि राज्य सरकार इमानदारी से काम कर रही है और लोगों को भी विश्वास हो गया है कि मुख्यमंत्री जो बोलते हैं वह करके दिखाते है। उन्होंने कहा कि दिनांक 6 मार्च, 2019 को परेड ग्राउण्ड देहरादून में ‘‘युवा उत्तराखण्ड स्वरोजगार एवं उद्यमिता की ओर‘‘ से संबंधित एक विशाल भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 12 हजार युवा शामिल होगें। साथ ही 52 डिग्री कालेजों के छात्र भी इस कार्यक्रम से लाइव जुडेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 3 से 6 साल तक के आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले 3 लाख बच्चे को पौष्टिक आहार के रूप में सप्ताह में दो बार आंचल का दूध पिलाया जा रहा है, जिसे अब प्रतिदिन पिलाये जाने हेतु योजना का शुभारम्भ किया जायेगा। कहा कि हमारी सरकार ने लगभग 3.50 लाख नौजवानों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार दिया है और इसी श्रृखंला में हम वर्ष 2019 को रोजगार वर्ष के रूप में मनाने जा रहे हैं।
इस मौके पर विधायक पौड़ी मुकेश कोली, विधायक बद्रीनाथ महेन्द्र भट्ट, चिकित्सा शिक्षा सचिव नितेश कुमार झा, पौड़ी नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम, पौड़ी ब्लाॅक प्रमुख संतोषी रावत सहित कई गणमान्य व्यक्ति एवं आम-जनमानस उपस्थित था।