आधुनिक समय में राजनीति और राजनीतिज्ञों को जनमानस संशय की दृष्टि से देखने लगा है, परन्तु व्यक्ति की नीति व नीयत साफ हो तो राजनीति भी समाज सेवा का सशक्त साधन हो सकता है। इन शब्दों पर खरा उतरने की चुनौतियों के साथ ऋषिकेश विधानसभा सीट से शहर में समाजसेवी के तौर पर अपनी मजबूत पहचान बनाने वाले राजे सिंह नेगी आम आदमी पार्टी से अपना भाग्य आजमाने के लिए सियासत के रणक्षेत्र में उतरे हैं। उनकी सोशल एक्टीविटीज और लोकप्रियता के चलते ही आम आदमी पार्टी ने जब उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए पहली लिस्ट घोषित की तो उनका नाम सबसे ऊपर था। यह उनकी शख्सियत का ही जादू है कि आप की सदस्यता ग्रहण करने के महज एक वर्ष के भीतर जहां पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया वहीं पार्टी का जबरदस्त जनाधार बड़ाने में भी वह कामयाब रहे। हालांकि इसकी असली परख अभी होनी बाकी है। लेकिन राजनैतिक पंडित भी मानते हैं कि इस चुनाव में विधानसभा भवन पहुंचने के लिए राष्ट्रीय दलों में सीधी लड़ाई नही बल्कि त्रिकोणीय संघर्ष की संभावना दिखने लगी है।
हरिपुर कलां के शिक्षक परिवार में जन्मे राजे की मानें तो पिता प्रेम सिंह नेगी से संस्कार उन्हें विरासत में मिले हैं।यहीं उनकी सबसे बड़ी पूंजी भी है। चिकित्सक के तौर पर मानवता की सेवा के लिए जीवन सर्मपित करने वाले नेगी शहर में निःशुल्क शिक्षण संस्थान उड़ान प्लेय स्कूल के जरिए जहां चर्चा में रहे हैं वहीं अनेकों पुरुस्कारों से नवाजे जाने वाले नेगी की विभिन्न आंदोलनों में भी सक्रियता देखने को मिली है। गढ संस्कृति के उत्थान के लिए वर्षों से संघर्षरत रहे नेगी को इसका लाभ भी उनके चुनावी मिशन में मिल सकता है। जिसकी फिलहाल तो पूरी उम्मीद नजर आ रही है। राजनीति की बिसात पर चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो फिलहाल भविष्य के गर्भ में है लेकिन इस बात की संभावना जरूर है कि ऋषिकेश विधानसभा में राजे सिंह नेगी चौंकाने वाला परिणाम दे सकते हैं।