इस वर्ष विधानसभा उत्तराखंड का मानसून सत्र एक ही दिन का रहेगा। कोरोना के चलते यह निर्णय लिया गया है। साथ ही इस सत्र में स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश गैर मौजूद रहने वाले है। यह दोनों की कोरोना की चपेट में है।
विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी उपसभापति रघुनाथ सिंह चैहान निभाएंगे। वहीं नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी उप नेता प्रतिपक्ष करण माहरा निभाएंगे। अब सिर्फ एक दिन का ही विधानसभा सत्र होगा। ऐसे में राज्य सरकार के पास एक ही दिन का समय है, जिसमें अध्यादेश और विधेयक लेकर आएगी और उसी दिन उन्हें पास भी कराएगी। इस सत्र में प्रशनकाल नहीं होगा।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने बताया कि विधानसभा का मानसून सत्र एक दिवसीय होगा। 23 सितंबर को होने वाले सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा। विपक्ष की ओर से चार विषयों पर कार्यस्थगन लाया जाएगा। शून्यकाल में नियम 300 की सूचनाएं ली जाएंगी। उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान भोजनावकाश से पहले करीब 20 अध्यादेश विधेयक के रूप में पेश किए जाएंगे। भोजनावकाश के बाद इन पर चर्चा के साथ ही इन्हें पारित कराया जाएगा।