रुद्रप्रयाग।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल गैंती, कुदाल और फीता लेकर संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ जिला योजना के अन्तर्गत सिंचाई विभाग द्वारा सुमाडी एवं तिलवाडा में बनाई गई सुरक्षा दीवाल का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने फीते से तिलवाड़ा मठ तोक लाटा बाबा होटल के बायीं तरफ नाले और त्रिपुरेश्वर मन्दिर जाने वाले रास्ते पर बनायी गयी सुरक्षा दीवार की लम्बाई व चैड़ाई नापी। त्रिपुरेश्वर मन्दिर जाने वाले रास्ते पर बनी सुरक्षा दीवार की लम्बाई और ऊँचाई नापते हुए उन्होंने सुरक्षा दीवार की बेसमेंट की खुदाई करवाई। जहां उन्हें मानकानुसार बेसमेन्ट नहीं मिला। इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए अवर अभियन्ता को प्रतिकूल प्रविष्टी और सम्बन्धित अधिकारियों और ठेकेदार से वसूली करने के निर्देश दिये। उन्होंने त्रिपुरेश्वर मन्दिर जाने वाले रास्ते पर बनाये गये सुरक्षा दीवार की जांच उपजिलाधिकारी जखोली से करवाने को कहा।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिला योजना के तहत मंदिर की सुरक्षा के लिए 75 मीटर लंबी दीवार बनाई गई है। इसमें 30 सेमी का स्ट्रक्चर मानकों के अनुरूप नहीं है। नौ लाख रुपए के स्टीमेट में ढाई लाख रुपए स्ट्रक्चर की लागत पर खर्च होने थे। लेकिन मौके पर यह काम नहीं दिखाई दिया। इसके साथ ही नौ लाख रुपए के काम को पांच ठेकेदारों में बांटा गया। जबकि यह काम टेंडर प्रक्रिया के तहत होना चाहिए था। इसकी भी जांच की जा रही है। जिलाधिकारी के साथ निरीक्षण के दौरान सहायक अभियन्ता एससी बेजवाल, सहायक अभियन्ता एएस नेगी मौजूद थे।
Jun92017